शिमला –जलजनित रोगों से निपटने के लिए जिला स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद विभाग ने कमर कस ली है। मौसम के बदलते परिवेश के कारण वाटर बोर्न डीसिस की गिरफ्त में आने वाले प्रभावितों के ग्राफ को कम करने के लिए स्वास्थ्य विभाग काम करने वाला है। प्रदेश के आयुर्वेदिक एवं अन्य अस्पतालों में जलजनित रोगों से निपटने के लिए डाक्टरों के एक विशेष दल का गठन किया जाएगा, जिसमें शिमला में इस बाबत तैयारी शुरू कर दी है। राज्य में जलजनित रोगों पर समय रहते पकड़ जमाने के लिए आयुर्वेद और स्वास्थ्य विभाग ने गाइडलाइन जारी की है, जिसमें जनता को जहां साफ खान पान की हिदायतें जारी की गई है वहीं सभी आयुर्वेद अस्पतालों में जलजनित रोगों के लिए जीवनरक्षक दवाआें का पूरा स्टॉक रखने के निर्देश जारी किए गए हैं। शिमला में इस विषय पर बैठक भी आयोजित हुई है, जिसमें दवाआें और अन्य गतिविधियों को लेकर चर्चा की गई है। सभी आयुर्वेदिक अस्पतालों को कहा गया है कि अस्पतालों में जीवनरक्षक घोल को रखा जाए। वहां पर एक विशेष टीम का गठन किया जाए, जो इन केसिस को प्राथमिक तौर पर देखें। देखा जाए तो प्रदेश के सभी जिलों में अब जलजनित रोगों के मामलें आने लगे हैं, जिसमें सभी जिलों में प्रभावित अस्पतालों में इलाज करवाते भी देखा जा रहा है। प्रति दिन प्रदेश के जिला और सिटी के अस्पतालों में सौ से अधिक केस जलजनित रोगों से प्रभावित होकर आ रहे हैं।
The post पानी से फैलने वाले रोगों को नहीं देंगे फैलने appeared first on Divya Himachal: No. 1 in Himachal news - News - Hindi news - Himachal news - latest Himachal news.
Post a Comment