शिमला 31 दिसम्बर,
उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने आज मैला उठाने वाले कर्मियों के नियोजन प्रतिषेध व उनका पुर्नवास अधिनियम 2013 के अंतर्गत जिला स्तरीय सतर्कता एवं प्रबोधन समिति की बैठक की अध्यक्षता की।
उपायुक्त ने बताया कि नगर निगम शिमला व जिला के अन्य स्थानों पर हाथ से मैला उठाने वाले कर्मियों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें जिला में कोई भी व्यक्ति हाथ से मैला उठाने वाला नहीं पाया गया।
उन्होंने बताया कि शिमला शहर के अन्दर 7 ई-शौचालय स्थापित किए गए है जबकि 6 शौचालय का कार्य शीघ्र ही स्थापित किया जाएगा। उन्होंने शिमला शहर के अन्दर आने वाले 122 शौचालय की सफाई के निर्देश दिए तथा रिपोर्ट पेश करने को कहा। उन्होंने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी के साथ-साथ सफाई कर्मचारियों को दी जाने वाली सहायता बारे शिविरों के आयोजन के लिए स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, कृषि एवं बागवानी विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने उपमण्डल स्तर पर सतर्कता एवं प्रबोधन समिति की स्थापना करने के निर्देश दिए ताकि सफाई कर्मचारियों को मिल रहे लाभों के बारे में जागरूक किया जा सके।
उन्होंने बताया कि जिला में सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला एवं नगर निगम शिमला के सफाई कर्मचारी तथा उनके परिवारों की नियमित तौर पर स्वास्थ्य जांच करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को दस्ताने, फेस माक्र्स एवं गर्म जूते समय-समय पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं तथा सफाई व्यवस्था के यंत्रीकरण हेतु 4 विशेष वाहनों की खरीद का मामला विचाराधीन है।
उन्होंने बताया कि कृष्णा नगर में राजीव गांधी आवास योजना के तहत बने 174 मकानों को वरिष्ठता के आधार पर आबंटित किए गए हैं। इसके अलावा नगर निगम कर्मचारी के लिए आवासीय काॅलौनी के निर्माण हेतु मल्याणा में भूमि का चयन किया गया है, जिसकी डीपीआर तैयार की जा रही है।
उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारी वर्ग में प्रत्येक वर्ष रिक्त होने वाले कुल रिक्त पदों के 5 प्रतिशत के हिसाब से दिवंगत सफाई कर्मचारी के आश्रितों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। सफाई कर्मचारी के 471 पद स्वीकृत है, जिनमें से 278 नियमित कर्मचारी, 3 दैनिकी वेतनभोगी, 5 अनुबंध आधार पर नियुक्त है।
उन्होंने बताया कि सैहब सोसायटी के अंतर्गत घर-घर से कूड़ा उठाने वाले 437 कैजुअल वर्कर, 26 रिजर्व वर्कर, 4 कर्मचारी भरयाल प्लांट, 8 कर्मचारी गलियों की सफाई में, 143 कैजुअल वर्कर, 26 रिजर्व वर्कर, 34 चालक तथा 19 सीवरमैंन कार्यरत है।
इस अवसर पर उपायुक्त ने उपस्थित अधिकारियों से सुझाव आमंत्रित किए तथा सुझाव पर गहन विचार-विर्मश किया गया।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्षा धर्मिला हरनोट, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (प्राॅटोकोल) संदीप नेगी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनमोहन सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी जितेन्द्र चैहान, जिला कल्याण अधिकारी हाकम सिंह, विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
उपायुक्त शिमला अमित कश्यप ने आज मैला उठाने वाले कर्मियों के नियोजन प्रतिषेध व उनका पुर्नवास अधिनियम 2013 के अंतर्गत जिला स्तरीय सतर्कता एवं प्रबोधन समिति की बैठक की अध्यक्षता की।
उपायुक्त ने बताया कि नगर निगम शिमला व जिला के अन्य स्थानों पर हाथ से मैला उठाने वाले कर्मियों का सर्वेक्षण किया गया, जिसमें जिला में कोई भी व्यक्ति हाथ से मैला उठाने वाला नहीं पाया गया।
उन्होंने बताया कि शिमला शहर के अन्दर 7 ई-शौचालय स्थापित किए गए है जबकि 6 शौचालय का कार्य शीघ्र ही स्थापित किया जाएगा। उन्होंने शिमला शहर के अन्दर आने वाले 122 शौचालय की सफाई के निर्देश दिए तथा रिपोर्ट पेश करने को कहा। उन्होंने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी के साथ-साथ सफाई कर्मचारियों को दी जाने वाली सहायता बारे शिविरों के आयोजन के लिए स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, कृषि एवं बागवानी विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने उपमण्डल स्तर पर सतर्कता एवं प्रबोधन समिति की स्थापना करने के निर्देश दिए ताकि सफाई कर्मचारियों को मिल रहे लाभों के बारे में जागरूक किया जा सके।
उन्होंने बताया कि जिला में सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिला एवं नगर निगम शिमला के सफाई कर्मचारी तथा उनके परिवारों की नियमित तौर पर स्वास्थ्य जांच करवाई जा रही है। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों को दस्ताने, फेस माक्र्स एवं गर्म जूते समय-समय पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं तथा सफाई व्यवस्था के यंत्रीकरण हेतु 4 विशेष वाहनों की खरीद का मामला विचाराधीन है।
उन्होंने बताया कि कृष्णा नगर में राजीव गांधी आवास योजना के तहत बने 174 मकानों को वरिष्ठता के आधार पर आबंटित किए गए हैं। इसके अलावा नगर निगम कर्मचारी के लिए आवासीय काॅलौनी के निर्माण हेतु मल्याणा में भूमि का चयन किया गया है, जिसकी डीपीआर तैयार की जा रही है।
उन्होंने बताया कि सफाई कर्मचारी वर्ग में प्रत्येक वर्ष रिक्त होने वाले कुल रिक्त पदों के 5 प्रतिशत के हिसाब से दिवंगत सफाई कर्मचारी के आश्रितों को रोजगार उपलब्ध करवाया गया है। सफाई कर्मचारी के 471 पद स्वीकृत है, जिनमें से 278 नियमित कर्मचारी, 3 दैनिकी वेतनभोगी, 5 अनुबंध आधार पर नियुक्त है।
उन्होंने बताया कि सैहब सोसायटी के अंतर्गत घर-घर से कूड़ा उठाने वाले 437 कैजुअल वर्कर, 26 रिजर्व वर्कर, 4 कर्मचारी भरयाल प्लांट, 8 कर्मचारी गलियों की सफाई में, 143 कैजुअल वर्कर, 26 रिजर्व वर्कर, 34 चालक तथा 19 सीवरमैंन कार्यरत है।
इस अवसर पर उपायुक्त ने उपस्थित अधिकारियों से सुझाव आमंत्रित किए तथा सुझाव पर गहन विचार-विर्मश किया गया।
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्षा धर्मिला हरनोट, अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी (प्राॅटोकोल) संदीप नेगी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनमोहन सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी जितेन्द्र चैहान, जिला कल्याण अधिकारी हाकम सिंह, विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।