ठियोग – ठियोग उपमंडल के पराला में एक निजी व्यवसायी द्वारा सैंज पराला रोड़ के साथ जमीन की कटिंग के चलते पराला गांव के ग्रामीणों के पेयजल स्रोतों को काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा जमीन की कटिंग के चलते पीडब्ल्यूडी विभाग की रोड़ भी क्षतिग्रस्त हो गई है। रोड के साथ लगी रेलिंग भी टूट गई है। शुक्रवार को ठियोग की जनवादी नौजवान सभा पराला में व्यवसायी के खिलाफ धरना-प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों के पेयजल स्रोत के अलावा रोड़ को हुए नुकसान को ठीक करवाने की मांग की और साथ ही साथ उक्त व्यवसायी के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज करवाने की मांग रखी। इस दौरान डीवाईएफवाई के राज्य सचिव कपिल भारद्वाज ने कहा कि पराला मंडी के साथ रोड़ पर जमीन की कटिंग की जा रही है, जिसका मलबा सीधे नीचे खड्ड में जा रहा है। पराला गांव के कई लोगों की पानी की पाइपें इस कारण टूट चुकी हैं और खड्ड का पानी भी दूषित हो गया है। उन्होंने कहा कि इस बात को लेकर नौजवान सभा ने पहले भी आगाह किया था, लेकिन बावजूद इसके कोई कार्रवाई नहीं हो पाई। इसके चलते शुक्रवार को नौजवान सभा द्वारा पराला में धरना-प्रदर्शन किया गया और इस प्रदर्शन के बाद पीडब्ल्यूडी तथा आईपीएच विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और व्यवसायी द्वारा की जा रही जमीन की कटिंग को फिलहाल रोक दिया गया है। उन्होंने कहा कि कटिंग के कारण पराला गांव के लोगों का काफी नुकसान हुआ है, जिसकी भरपाई की मांग की गई है। भारद्वाज ने कहा कि यदि आने वाले समय में पराला गांव के ग्रामीणों के नुकसान की भरपाई नहीं की जाती है तो दोबारा से एक बड़ा आंदोलन पराला में किया जाएगा। कपिल भारद्वाज ने कहा कि जमीन की कटिंग के चलते जो मलबा रोड़ पर गिराया गया है उसके लिए कोई परमिशन भी नहीं ली गई है, जबकि अभी तक न तो प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई की गई है और न ही संबंधित विभाग के अधिकारी इस बात को लेकर गंभीर है। उन्होंने कहा कि रोड़ कटिंग के चलते काफी अधिक मलबा सड़क व सीधा नीचे खड्ड में जा रहा है, जिससे कि पानी व रोड़ को काफी नुकसान हुआ है। इस दौरान धरना-प्रदर्शन में संजीव, निनू, पुनीत भारद्वाज, अनिल बेक्टा, महेंद्र खेमटा, दीपक, अरुण के अलावा काफी संख्या में प्रदर्शनकारियों ने भाग लिया।
^पूरी खबर पढ़े: source - DivyaHimachal
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