शिमला — भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी का 13वां शिमला जिला सम्मेलन शनिवार को कालीबाड़ी हाल शिमला में शुरू हुआ। यह सम्मेलन दो दिन तक चलेगा। सम्मेलन में जिलाभर से करीब 200 प्रतिनिधियों ने भाग लिया। सम्मेलन के संचालन के लिए विभिन्न कमेटियों का गठन किया गया। अध्यक्ष मंडल में विजेंद्र मेहरा, जगत राम, फालमा चौहान, देवकीनंद, कपिल भारद्वाज, मिनट्स कमेटी में सत्यवान पुंडीर, तनवर अली, कुलदीप डोगरा, परिचय पत्र कमेटी में गोपाल कृष्ण, रुचिका वजीर, सुरेश पुंडीर, प्रस्ताव कमेटी में बलबीर पराशर, जगमोहन ठाकुर, विक्रम कायथ को चुना गया। सम्मेलन के खुले सत्र को पार्टी राज्य सचिव मंडल सदस्य राकेश सिंघा ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश व शिमला जिला में केंद्र व प्रदेश सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण मजदूर, किसान, महिला, युवा, छात्र, छोटे कारोबारी, मध्यम वर्ग व आम जनता की स्थिति दयनीय है। किसानों की आत्महत्याएं लगातार बढ़ रही हैं, क्योंकि किसानों को उपज का उचित मूल्य नहीं मिल रहा है। हिमाचल प्रदेश में गरीब किसानों को जमीन से बेदखल किया जा रहा है। भारी महंगाई के दौर में मजदूरों को केवल 6300 रुपए वेतन दिया जा रहा है। वहीं सम्मेलन का उद्घाटन पार्टी राज्य सचिव डा. ओंकार शाद ने किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की अमीरपरस्त व गरीब विरोधी नीतियों के कारण देश की कुल संपत्ति का 73 प्रतिशत हिस्सा एक प्रतिशत अमीरों की जेब में सिमट कर रह गया है। इस अवसर पर संचालन समिति में कुलदीप तनवर, संजय चौहान, टिकेंद्र पंवर, बिहारी सेवगी मौजूद रहे।
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