शिमला — हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में छात्रों को अवकाश के बाद भी अपने छात्रावास सही हालत में नहीं मिल पाएंगे। विवि प्रशासन की ओर से मरम्मत कार्य पूरा करने का लक्ष्य तो शीतकालीन अवकाश से पहले का रखा गया है, लेकिन जिस कछुआ चाल से विवि के छात्रावासों का काम चल रहा है उसे देख कर यह स्पष्ट हो रहा है कि छात्रों की छुट्टियों के बाद वापसी तो विवि में हो जाएगी, लेकिन छात्रावासों की हालत में सुधार नहीं हो पाएगा। विश्वविद्यालय में चल रही छात्रावासों की मरम्मत प्रक्रिया अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने तो प्रशासन को चेता भी दिया है कि अगर प्रक्रिया को सही समय यानी अवकाश से पहले समाप्त नहीं किया गया तो प्रशासन को इसका अंजाम भुगतना होगा। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हिमाचल प्रदेश विवि इकाई सचिव सुयश पवार ने आरोप लगाया है कि जनवरी माह में पीजी की परीक्षाएं समाप्त होने के बाद हिमाचल प्रदेश विवि प्रशासन ने छात्रों को तुरंत छात्रावास खाली करने के निर्देश दिए थे। इसके लिए प्रशासन ने तर्क दे कर कहा था कि इन छुट्टियों में छात्रवासों का जो रख रखाव कार्य है उसको पूरा किया जाएगा। एबीवीपी विवि के कार्यकर्ताओं ने विवि छात्रवासों का दौरा किया तो पाया कि अभी तक विवि के वाईएस परमार और श्रीखंड छात्रवास में रखरखाव कार्य शुरू भी नहीं हुआ है और जहां कार्य चला है वहां भी कछुए की चाल कार्य चल रहा है, जबकि 15 फरवरी से विवि परिसर सक्रिय रूप से चलेगा। इकाई सचिव सुयश पवार ने आरोप लगाया है कि विवि होस्टलों के रखरखाव कार्य का जिम्मा संजय जसवाल नाम के ठेकेदार के पास है, जबकि छात्रवास में कार्य कर रहे मजदूरों से पता चला कि कार्य शुरू करवाने के बाद ठेकेदार अभी तक छात्रावासों में नहीं आया है। इकाई सचिव सुयश पवार का आरोप है कि अगर इसी चाल से कार्य चलता रहा तो कम से कम दो महीने काम पूरा करने के लिए लग जाएंगे, जिससे छात्रों की एक सत्र की पढ़ाई बाधित हो जाएगी। ठेकेदार व विवि प्रशासन को चेतावनी दी है कि छात्रवास कार्य में बरती जा रही ढील को तुरंत नहीं सुधारा गया तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ठेकेदार के साथ-साथ विवि के नुमाइंदों जिनके पास छात्रावासों के कार्य का जिम्मा है उनको भी परिसर में नहीं घुसने देगी ,जब तक छात्रवास रखरखाव कार्य पूरा नहीं हो जाता। सचिव सुयश पवार ने कहा कि अगर छात्रहित के विरुद्व कोई कार्य होगा तो परिषद उसका बहिष्कार करेगी व जो ऐसे कार्य करने वाले नुमाइंदे होंगे उन्हे भी परिसर में कदम नहीं रखने देंगे। उन्होंने प्रशासन को होस्टलों को कार्य जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की है।
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