शिमला – भरयाल कूड़ा संयंत्र में शनिवार से कूड़े से विद्युत उत्पादन प्रक्रिया फिर से आरंभ हो गई है। शनिवार देर शाम के समय उक्त प्लांट में छह माह बाद बिजली उत्पादन प्रक्रिया शुरू हुई। मशीन खराब होने के चलते प्लांट में बिजली उ त्पादन प्रक्रिया बंद पड़ी हुई थी। बताते चले कि जर्मनी से मशीन को ठीक करवाना के बाद इससे फिर से प्लांट में स्थापित किया गया। बीते शुक्रवार को प्लांट में मशीन की टैस्टिंग के बाद ट्रायल किया गया जो सफल रहा। शनिवार को बिजली की ग्रीड से मशीनरी को सीधे जोड़ा गया और प्लांट में विद्युत उत्पादन की प्रक्रिया को फिर से आरंभ किया गया। भरयाल कूड़ा संयंत्र में स्थापित इंजनों में से एक इंजन के खराब होने के चलते बीते वर्ष अगस्त माह से विद्युत उत्पादन प्र्रिया बंद पड़ी हुई थी। खराब इंजन की जर्मनी से मरम्मत कर विशेषज्ञों ने इससे फिर से प्लांट में स्थापित कर दिया है, जो पिछले कई दिनों से इसकी टैस्टिंग कर रहे थे। शिमला के भरयाल कूड़ा संयंत्र (प्लांट) में छह माह के बाद विद्युत उत्पादन प्रक्रिया शुरू हुई है। मौजूदा समय में भरयाल प्लांट में दो इंजन कार्य कर रहे है। प्लांट में 4 इंजन चलाए जाने की योजना है। जबकि इंजन को स्टेंड बाए भी रखा जाएगा। भरयाल में 70 से 80 टन कूड़े का निष्पादन हो रहा है। प्लांट में कूड़े को सुखा कर इसकी कटिंग कर इसका फ्यूल बनाया जाता है। इसके बाद इसकी बिजली बनाई जाती है।
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