रामपुर में सीपीआईएम का प्रदर्शन

केंद्र-प्रदेश सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ बोला हल्ला

रामपुर बुशहर— कम्युनिस्ट पार्टी ने रामपुर में केंद्र की भाजपा व प्रदेश सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। किसान सभा के जिला शिमला महासचिव देवकी नंद, उपाध्यक्ष प्रेम चौहान ने कहा कि केंद्र की भाजपा और प्रदेश की कांग्रेस सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ निरमंड, रामपुर, ननखड़ी, नारकंडा, रोहड़ू, ठियोग और कुसुम्पटी सभी जगहों पर प्रदर्शन किया गया।  इस प्रदर्शन में मुख्य रूप से किसानों के कब्जे वाली जमीन को नियमित करने, मनरेगा में 100 दिन का रोजगार, दूध का दाम 30 प्रतिशत करने, किसानों का कर्ज माफ करने, सभी फसलों का लाभकारी मूल्य देना और सार्वजनिक वितरण प्रणाली को मजबूत करना मुख्य मुद्दे रहे। कम्युनिस्ट नेताओं ने कहा कि केंद्र  सरकार सत्ता में आने के बाद किसान विरोधी नीतियां लागू कर रही हैं, जिसके चलते किसानों को फसल का उचित दाम नहीं मिल रहा है और किसान आत्महत्या कर रहा है। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान किसानों से डा. स्वामीनाथ ने आयोग की सिफारिशें लागू करने का वादा किया था, जिससे किसानों को उसकी फसल का लागत मूल्य का डे़ढ गुना दाम मिलना था, परंतु आज तीन साल पूरे होने के बाद भी इसे लागू नहीं किया गया, बल्कि किसानों को मिलने वाली सबसिडी भी समाप्त की जा रही है। वहीं दूसरी ओर मनरेगा के बजट में भी कटौती कर ग्रामीण क्षेत्र में मिलने वाले रोजगार पर कैंची चला दी। डिपुओं में मिलने वाली चीनी और मिट्टी तेल को समाप्त कर इस महंगाई के दौर पर आम जनता पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ डाल दिया। इसके अलावा दूसरी तरफ प्रदेश सरकार के जनविरोधी फैसलों के कारण प्रदेश में बेरोजगारी और कृषि संकट लगातार बढ़ रहा है।  इस मौके पर सीपीआईएम जिला कमेटी सदस्य प्रेम चौहान, दिनेश मेहता, क्षेत्रीय कमेटी सदस्य नारायण खन्ना, दयाल, विवेक , हितेश, नीलदत्त, विकेश व रमन  सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।

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^पूरी खबर पढ़े: source - DivyaHimachal

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