Tuesday, May 2, 2017

देशभर के व्यंग्यकार कुल्लू में करेंगे इस विधा पर मंथन

साहित्यकला परिषद कुल्लू और व्यंग्य यात्रा द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय दो दिवसीय व्यंग्य महोत्सव का आगाज सूत्रधार कला संगम के सभागार में हुआ। मुख्यातिथि द्वारिका प्रसाद अग्रवाल मौजूद रहे। अध्यक्षता सुप्रसिद्ध व्यंग्यकार डॉ. प्रेम जनमेजय ने की। अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्रेम जनमेजय ने कहा कि व्यंग्य लेखन साहित्य की सशक्त विधा है। आज हर कहानीकार, कवि नाटककार सभी व्यंग्य लेखन से इस विधा का विस्तार कर रहे हैं। आज इसे लोगों ने बहुत महत्व दिया है। मुख्यातिथि द्वारिका प्रसाद अग्रवाल ने प्रसिद्ध व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई को याद करते हुए बताया कि व्यंग्य में प्रत्येक मनोभावों को व्यक्त करने में सक्षम थे। विद्वानों का स्वागत करते हुए साहित्य कला परिषद के अध्यक्ष डॉ. सूरत ठाकुर ने कहा कि ये पहली बार है जब कुल्लू में राष्ट्रीय स्तर का व्यंग्य महोत्सव आयोजित किया गया है। इस महोत्सव में मुख्य वक्ता के रूप में उत्तर प्रदेश से आये डॉ. सुधाकर अदीब ने व्यंग्य के पूरे इतिहास पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत किया। शरद जोशी से लेकर आज तक के...

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source: Dainik Bhaskar

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