कैसे होगा स्मार्ट वार्ड
कुछ ऐसे हैं आंकड़े
जनसंख्या (वर्ष 2012 के आंकड़ों के तहत 7,337) (वर्तमान में करीब दस हजार)
साक्षरता दर 85 से 90 फीसदी
बीपीएल- दस फीसदी
रोजगार- 30 फीसदी
स्वरोजगार- 70 फीसदी
वार्ड में मतदाताओं की स्थिति स्पष्ट नहीं है। वार्ड पार्षद शैलेंद्र चौहान ने बताया कि नई सूची के तहत वार्ड के लोअर व अपर ढली में 844 मतदाता ही दर्शाए गए हैं। इसमें मशोबरा के मतदाता नहीं जोड़े गए हैं
सड़क बनी पार्किंग
लोकेंद्र ठाकुर का कहना है कि ढली में पार्किंग नहीं है। ऐसे में लोग सड़कों पर ही वाहन पार्क कर देते हैं, जिससे अकसर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। खासतौर पर सब्जियों व सेब सीजन के दौरान जाम की समस्या विकराल हो जाती है, जिससे हर वर्ग को दिक्कतें झेलनी पड़ती हैं। र्स्माट वार्ड में लोगों को हर सुविधाएं मिलनी चाहिए। प्रशासन को र्स्माट वार्ड बनाने के लिए पहल करनी चाहिए।
पार्कों का हो निर्माण
लक्की रामटा का कहना है कि ढली वार्ड में एक भी पार्क नहीं है जहां बुजुर्ग चंद पल शांति से बिता सकें। हालांकि चुनाव के समय पार्क निर्माण के वादे किए गए थे, मगर पार्कों का निर्माण नहीं हो पाया, वहीं वार्ड में खेल मैदान भी नहीं है, जिसके चलते बच्चों का बचपन चारदीवारी में कैद होकर रह गया है। र्स्माट वार्ड में लोगों को हर सुविधाएं मिलनी चाहिए। बुजुर्गों के लिए शहर के हर वार्ड में विशेष पार्क होना चाहिए।
चौथे दिन पानी
भुवनेश्वर कुमार का कहना है कि वार्ड में पेयजल किल्लत है। हालांकि पिछले कुछ समय के दौरान पेयजल सप्लाई में सुधार हुआ है, मगर अभी भी जनता को चौथे दिन पानी मिल रहा है। चौथे दिन भी कई मर्तबा जनता को कम प्रेशर और जरूरत लायक पानी नहीं मिल पा रहा है। नगर निगम को र्स्माट वार्ड में सबसे पहले पानी की नियमित सप्लाई की व्यवस्था करनी चाहिए। तभी स्मार्ट वार्ड चमकेगा।
सिरे नहीं चढ़ी योजनाएं
हेमंत अत्री का कहना है कि वार्ड में कम ही विकास हुआ है। वार्ड में सड़कों व रास्तों का निर्माण हुआ है, लेकिन युवाओं के लिए न तो खेल मैदान बन पाया और न ही पार्क का निर्माण हो पाया है। ऐसे में युवा चारदीवारी में कैद होकर रह गया है। वार्ड में पार्क व मैदान निर्माण के लिए योजनाएं तो बनीं, मगर वह सिरे नहीं चढ़ पाई। स्मार्ट वार्ड पर नगर निगम को काम करना चाहिए, ताकि यहां रहने वाले लोगों को परेशानियां न झेलने पड़े।
ट्रैफिक जाम से तंग
विक्रम कुमार का कहना है कि ढली वार्ड में पार्किंग नहीं है। सड़कों पर पार्क वाहन अकसर ट्रैफिक जाम का कारण बन जाते हैं। पांच वर्षों में वार्ड में पार्किंग का निर्माण नहीं हो पाया। हालांकि पार्किंग निर्माण के लिए साइट्स का चयन होता रहा, लेकिन मामला वहीं तक सीमित रहा। वार्ड में पार्किंग का निर्माण प्रस्तावित है, मगर यह कब बनेगी और कब जनता को ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी इसका कोई अंदाजा नहीं है। लोगों की प्रशासन से यही मांग रही है कि ढली वार्ड में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध करवाई जाए। नगर निगम को स्मार्ट वार्ड बनाने के लिए कसरत करने की जरूरत है। लोग वार्ड में पार्किंग का इंतजार लंबे समय से कर रहे हैं।
क्या कहते हैं पार्षद
ढली वार्ड के पार्षद शैलेंद्र चौहान का कहना है कि वार्ड में पांच वर्षों के दौरान विकास कार्य किए गए हैं। कई सड़कों का निर्माण किया गया, वहीं शौचालय भी बनाए गए हैं। वार्ड के हर क्षेत्र को एलईडी लाइटों से रोशन किया गया है। वार्ड में रास्तों की मरम्मत व पार्क और पार्किंग का निर्माण प्रस्तावित है। उनका कहना है कि अगामी समय में वार्ड में ढली बाजार से दुर्गा कालोनी तक रोगी वाहन मार्ग का निर्माण कार्य पर 20 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके अलावा वार्ड में शौचालयों का निर्माण भी होना है। वार्ड में रास्तों का निर्माण, नालों का रखरखाव, इंद्रनगर में पार्क का निर्माण प्रस्तावित है।
पूरी खबर पढ़े >>
source: DivyaHimachal
No comments:
Post a Comment