नेरवा/चौपाल – नेरवा के प्रतिष्ठित शक्तिपीठ महामाया डुंडी मंदिर में दुर्गा अष्टमी के मौके पर श्रद्धालुओं की खूब भीड़ रही। इस मौके पर सुबह से ही श्रद्धालु मां के दर्शनों के लिए जुटने शुरू हो गए थे। अष्टमी के अवसर पर अधिकांश श्रद्धालुओं ने कंजक (कन्या) पूजन कर उपवास रखा। अष्टमी की पूर्व रात्रि में डुंडी मंदिर में भूत, पिशाच व अन्य सभी बाधाओं को हरने वाली मां दुर्गा के सप्तम स्वरूप कालरात्रि का पूजन किया गया, जिसमें 20 से अधिक साधकों ने मां कालरात्रि की पूजा कर शालवी नदी के तट पर नारियल की बलि देकर मां से सुख-समृद्धि की प्राप्ति व समस्त कष्टों से मुक्ति की कामना की। कालरात्रि के पूजन को संजू शर्मा, श्याम दत्त शर्मा व मेघ राम शर्मा ने विधिविधान से संपन्न करवाया। उधर, मंगलवार को मां भगवती के अष्टम स्वरूप महागौरी की मंदिर में बने मंडप में पूजा-अर्चना की गई। नौंवा नवरात्र भी इस दिन होने के चलते रामनवमी के अवसर पर मां के नवम स्वरूप सिद्धिदात्री की आराधना भी मंगलवार को ही संपन्न की गई। बुधवार को यज्ञ की पूर्णाहुति के साथ ही चैत्र नवरात्र संपन्न हो जाएंगे। इस अवसर पर मंदिर समिति, व्यापर मंडल व स्थानीय लोगों द्वारा एक विशाल भंडारे का आयोजन भी किया गया, जो कि विक्रांत गजटा द्वारा प्रायोजित किया जा रहा है। यह भंडारा कांगड़ी धाम की तर्ज पर तैयार किया जाएगा, जिसमें कई व्यंजनों की महक मुख्य आकर्षण होगी। मंदिर के मुख्य पुजारी ग्यारू राम ने समस्त लोगों से आग्रह किया है कि भंडारे में प्रसाद ग्रहण कर महामाया का आशीर्वाद प्राप्त करें।
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source: DivyaHimachal
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