
नवरात्रउत्सव के आठवें और नवें दिन शहर के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिरों में अपने घरों में कंजक पूजन किया। तारादेवी मंदिर में सुबह हवन यज्ञ में आहुतियां डाली। इस मौके मंदिर के पूजारी कमलेश शास्त्री ने विशेष पूजा अर्चना की। इसमें मंदिर के ट्रस्टी राम कृष्ण शांडिल, श्री कांत भारद्वाज, सत्य देव शर्मा, कृष्ण चंद ठाकुर, जितेंद्र शास्त्री, हीरा लाल, कृष्ण सिंह, सुरेश ठाकुर,गुलाब सिंह ठाकुर, रोशन शर्मा, मदन मोहन ठाकुर, देवेंद्र शर्मा, ललित ने भाग लिया। पिछले आठ दिनों से चल रहे दुर्गा सप्तशति पाठ का समापन हो गया। सुबह से शाम तक हजारों की तादाद में श्रद्धालुओं ने तारा माता के दर्शन किए। मंदिर में पीछे एक पेड़ पर श्रद्धालुओं ने चुन्नी बांधकर मन्नतें भी मांगी। मंदिर में सुबह से शाम तक पारंपरिक वाद्य यंत्रों पर स्थानीय बंजतरियों ने माता के भजन गाए और प्रस्तुतियां दी। तारा माता से मिलने आई बहन गनपैहरी माता को भी विदाई दी गई और माता वापस शोघी अपने मंदिर के लौट गई। कालीबाड़ी मंदिर में सुबह सात बजे अष्टमी का पूजन...
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source: Dainik Bhaskar
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