Wednesday, April 5, 2017

वीसी को दूसरी बार एक्स्टेंशन पर संशय बरकरार

एचपीयूनिवर्सिटी के वीसी का कार्यकाल 24 मई को पूरा हो रहा है। डेढ़ माह के बाद एचपीयू में कुलपति के पद के लिए एक बार फिर से सरगर्मियां तेज हो जाएगी। अब इस बात पर भी संशय बना हुआ है कि प्रो. एडीएन वाजपेयी को एक्सटेंशन दूसरी बार मिलती भी या नहीं। 24 मई 2011 को प्रो. एडीएन वाजपेयी ने बतौर कुलपति एचपीयू में ज्वाइनिंग दी थी। इसके बाद वर्ष 2014 में सरकार ने इनके बेहतर काम को देखते हुए सेवा विस्तार दिया था। तत्कालीन राज्यपाल उर्मिला सिंह ने भी इनके नाम पर सहमति जताई थी। जैसे ही उन्होंने एचपीयू में कुलपति का पद संभाला, तब से लेकर अब तक निरंतर विवि की पहचान राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर करवाने के लिए वे प्रयासरत हैं। उन्होंने विवि में हुई प्रैसवार्ता में कहा भी था कि वह एचपीयू को शाइनिंग यूनिवर्सिटी बनाने का सपना देखते हैं। ऐसे में वह काफी हद तक सफल भी रहे हैं। नैक से ग्रेड मिलने के बाद सरकार की ओर से इस बार विवि के बजट में बढ़ोतरी कर इसे 100 करोड़ तक पहुंचाया था। {वीसी की माने तो पांच वर्षों में उन्होंने जहां नवाचार को बढ़ावा दिया है, वहीं विजन डॉक्यूमेंट को भी बढ़ाने का...

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source: Dainik Bhaskar

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