मिल्कफेड ने चंडीगढ़ स्वीट्स से 700 क्विंटल मिठाइयां बनवाई थी। ऐसे में मिठाइयों में फंगस लगने को लेकर चंडीगढ़ स्वीट्स पर जुर्माना लगना तय है। हालांकि ये जुर्माना कितना लगेगा सोमवार को इस पर निर्णय लिया जाएगा। मिठाइयों के सामग्री में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई है। राज्य सरकार अब इस रिपोर्ट के आधार पर आगामी कार्रवाई करेगी।
डोडा बर्फी में काफी मात्रा में फंगस
मिल्कफेड ने इंडस्ट्रियल एरिया फेस-1 स्थित चंडीगढ़ स्वीट्स शॉप से मिठाइयां बनवाई थीं। दिवाली से पहले यह मिठाइयां मिल्कफेड के अलग-अलग काउंटर से बेची गईं। इस दौरान डोडा बर्फी में काफी मात्रा में फंगस पाई गई। इससे सरकारी उपक्रम मिल्कफेड की किरकिरी भी हुई। फंगस वाली मिठाइयों को लेकर शिकायत आने पर सरकार ने जांच बैठाई और मिल्कफेड की वरिष्ठ प्रबंधक (प्लांट) प्रीति की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाई गई।
पहली बार बैठानी पड़ी जांच
कमेटी में असिस्टेंट कंट्रोलर तेजेश्वर शर्मा को सदस्य और मैनेजर मार्केटिंग संदीप कुमार को सदस्य सचिव बनाया गया। इस कमेटी ने दो सप्ताह में जांच पूरी करने के बाद सचिव मिल्कफेड राकेश कंवर को अपनी रिपोर्ट दे दी है। इसमें कहा गया कि जो मिठाइयां अनसोल्ड थीं, उन्हें चंडीगढ़ स्वीट्स को वापस किया गया है। मिल्कफेड की मिठाइयों पर लोगों को भरोसा होता है इसलिए बहुत अधिक मांग रहती हैं। पहली बार है जब ऐसी स्थिति आई और जांच तक बैठानी पड़ी है।
एक्सपायरी डेट को लेकर भी सवाल
जिन मिठाइयों में फंगस पाई गई है उनमें 20 अप्रैल 2025 की एक्सपायरी डेट लिखी गई है। ऐसे में सवाल मिठाइयों के डिब्बे पर लिखी एक्सपायरी डेट को लेकर भी उठे हैं। जो मिठाई दिवाली से पहले ही खराब हो गई हैं, मैन्युफैक्चर के अनुसार उस मिठाई को अप्रैल 2025 तक खाया जा सकता है। कोरोना काल से पूर्व मिल्कफेड खुद मिठाइयां बनाता था लेकिन उसके बाद से चंडीगढ़ स्वीट्स से मिठाइयां बनवाई जा रही हैं।
सचिव मिल्कफेड राकेश कंवर ने बताया कि मिठाइयों में फंगस को लेकर जांच रिपोर्ट आ गई है। इस रिपोर्ट में पैकिंग व ट्रांसपोर्टेशन में कमी सामने आई है। इस रिपोर्ट का आकलन किया जा रहा है उसके बाद निर्णय लिया जाएगा कि क्या करना है।
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