
मनाली| हमारेदेश की सीमा पर बैठे सैनिकों तक रसद और जरूरत का सामान पहुंचाना अब और भी आसान हो जाएगा। सीमा की दूरी कम करने और लाहुल को 12 महीने कुल्लू से जोड़े रखने के लिए बनाई जा रही 8.8 किलोमीटर लंबी सुरंग की खुदाई अब कुछ ही मीटर शेष रह गईं है। रोहतांग दर्रे के दोनों ओर मात्र साढ़े 9 सौ मीटर खुदाई का कार्य शेष रह गया। सेरी नाले के पानी के रिसाव जैसे दिक्कत अगर आगे आती तो बीआरओ रोहतांग सुरंग परियोजना इस साल की अंत में रोहतांग सुरंग के दोनों छोर जुड़ जाते। दर्रे के बहाल होते ही बीआरओ रोहतांग सुरंग परियोजना ने लाहुल की ओर से नार्थ पोर्टल मैं काम शुरू करने की तैयारी कर दी है। सर्दियों के चलते लाहुल घाटी में दिसंबर महीने से नार्थ पोर्टल में सुरंग का काम बंद रहता है। नार्थ पोर्टल में काम शुरू होते ही दर्रे के दोनों ओर सुरंग की खुदाई कार्य गति को पकड़ लेगा। बीआरओ रोहतांग सुरंग परियोजना के चीफ इंजीनियर ब्रिगेडियर डी एन भट्ट ने बताया कि रोहतांग दर्रे के बहाल होते ही नार्थ पोर्टल में खुदाई का काम करने की तैयारी कर ली गईं है। उन्होंने कहा कि एक सप्ताह के भीतर बीआरओ अपना काम...
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source: Dainik Bhaskar
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