
मरम्मत पर भी नहीं दिया जाता है ध्यान एचपीयूनिवर्सिटी की ओर से शिक्षकों के रहने के लिए आवास तो बनाने के लिए लाखाें रुपए तो खर्च कर दिए, लेकिन उसके रख-रखाव की ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा इन आवासों के कई कमरे खाली पड़े हैं, जिस कारण यहां अव्यवस्था फैली हुई है। हैरानी की बात यह है कि कुछ शिक्षकों ने आवास के लिए भी अप्लाई किया हुआ है, इसके बावजूद भी विवि प्रशासन उन्हें कमरे अलॉट नहीं कर रहा है, जबकि यहां वही शिक्षक डेरा जमाए हुए है जिनके अपने घर भी हैं। प्रशासन की इस तरह की कार्यप्रणाली के कारण विवि की वित्तीय स्थिति लगातार खराब हो रही है। चार वर्ष से कर रहे है अप्लाई एचपीयूनिवर्सिटी के कई शिक्षकाें का कहना है कि विवि प्रशासन से आवास उपलब्ध करवाने के लिए आवेदन बार बार किया जा रहा है। उनके आवेदन यह कहकर रद्द कर दिए जाते है कि अभी कमरें खाली नहीं है। वर्ष 2014 में विवि प्रशासन ने कहा कि अब आवास दे दिया जाएगा। जबकि वर्ष 2016 गया है, लेकिन आवास की सुविधा नहीं मिली। वहीं, दूसरी ओर विवि के आवास जर्जर हालत में तब्दील हाे रहे हैं। कई शिक्षकों काे नहीं मिल...
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source: Bhaskar
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