ठियोग— ठियोग के पंचायत समिति हाल में मंगलवार को पंचायत समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता ठियोग पंचायत समिति के अध्यक्ष मदन लाल वर्मा ने की। बैठक में समिति के सदस्यों के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में बीडीओ ठियोग राम लाल चौहान ने भी विशेष रूप से भाग लिया। बैठक में सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं को बैठक में रखा और संबंधित विभागों के अधिकारियों से इनका जल्द समाधान करने की मांग रखी। बैठक की अध्यक्षता करते हुए मदन लाल वर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का कार्यकाल खत्म हो रहा है, जिससे प्रदेश सरकार केंद्र सरकार से आग्रह कर इस अवधि को आगे बढ़ाने की मांग करें। उन्होंने कहा कि हिमाचल, जैसे पहाड़ी प्रदेश में 250 की आबादी को पूरा कर पाना कठिन है, क्योंकि यहां पर अधिकतर गांव बिखरे हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत अभी और सड़कें बननी चाहिएं। इस दौरान उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग के अनुसार विभाग में कोर नेटवर्क के मुताबिक ठियोग में 95 सड़कें प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत चयनित हुई हैं, जिसमें से 30 सड़कों का निर्माण कार्य प्रथम चरण में पूरा हो चुका है। द्वितीय चरण में केंद्र सरकार नितिगत निर्णय के अनुरूप इन सभी सड़कों को पक्का किया जाना है और अभी तक आठ सड़कों को पक्का करने का काम चल रहा है तथा 14 सड़कों की डीपीआर बनाई जा चुकी है। इसकी स्वीकृति केंद्र सरकार से आनी बाकी है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा आठ सड़कों को स्टेट हैड से पक्का किया जाना है। बैठक में समिति सदस्यों ने मांग की कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का कार्यकाल 2017 में पूरा होना है। इस कार्यकाल को प्रदेश सरकार केंद्र सरकार से आगे बढ़ाने की मांग करे, जिससे बाकी बची सड़कों का निर्माण किया जा सके। हिमाचल प्रदेश पहाड़ी राज्य है यहां गांव छोटी आबादी वाले होने के कारण केंद्र सरकार गांव को जोड़ने की मांग करे। नाबार्ड के तहत ठियोग मंडल में विधायक प्राथमिकता के आधार पर वर्ष 2008 से 2017 तक कुल 39 सड़कों को शामिल किया गया है, जिसमें 2008 से 2017 तक 21 सड़कें और 2012 से 2017 तक छह सड़कें व एक पुल चौपाल की आठ व कुसुम्पटी की तीन सड़कें शामिल की गई हैं।
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source: DivyaHimachal
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