शिमला — मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल उन्हें अपना निजी शत्रु मानते हैं। सत्ता में रहते हुए उन्होंने मुझ पर झूठे मुकदमे बनवाए। उन्होंने कहा कि वह धूमल के किसी प्रहार से नहीं डरते। जब तक प्रदेश के लोगों का प्यार व आशीर्वाद है, उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। शिमला संसदीय क्षेत्र के जुब्बल कोटखाई क्षेत्र के पुजारली, टिक्कर, दयोली, बग्गी में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने शनिवार को लोकतंत्र में भाजपा के चुनाव प्रचार को देश के लिए घातक बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार में मोदी हजारों करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं। उनके पास यह पैसा कहां से आ रहा है, इसकी जांच चुनाव आयोग को करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि वह अपने राजनीतिक अनुभव से कह सकते हैं कि भाजपा का चुनाव प्रचार देश के भविष्य के लिए खतरा साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि मोदी गुजरात दंगों के दोषी हैं, जिसमें हजारों अल्पसंख्यकों की निर्मम हत्या हुई थी। मोदी का कोई ऐसा बड़ा राजनीतिक अनुभव नहीं है, जिसके लिए वह प्रधानमंत्री पद का बडे़ जोर-शोर से दावा कर रहे हैं। देश का प्रधानमंत्री वही बन सकता है, जो धर्मनिरपेक्षता से सराबोर हो, देश के सभी लोगों को साथ लेकर चलने की क्षमता रखता हो, लोग उस पर विश्वास कर सकें और वह सभी धर्मों का आदर करता हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश व प्रदेश में कांग्रेस पार्टी की स्थिति मजबूत है। प्रदेश की चारों सीटों पर कांग्रेस पार्टी ने मजबूत प्रत्याशी उतारे हैं और इन चारों की जीत भारी मतों से होगी। चुनाव परिणामों के बाद देश में मोदी और प्रदेश में धूमल का सपना टूट जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी एकजुट होकर कांग्रेस प्रत्याशी मोहन लाल ब्राक्टा को भारी मतों से विजयी बनाएं, जिससे प्रदेश व क्षेत्र का विकास सुनिश्चित हो सके। कांग्रेस प्रत्याशी मोहन लाल ब्राक्टा ने इस अवसर पर कहा कि हिमाचल प्रदेश में जो भी विकास हुआ है, उसका श्रेय कांग्रेस सरकारों और विशेषकर मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को जाता है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे उन्हें भारी मतों से जिताकर लोकसभा भेजें।
बापू भी गुजरात के तो उनके आदर्श क्यों नहीं अपनाते मोदी
मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री मोदी को आज कांग्रेस के नेता सरदार वल्लभभाई पटेल बहुत याद आ रहे हैं और वह उन्हें अपना बताने की कोशिश कर रहे हैं। यह सही है कि सरदार वल्लभभाई पटेल गुजरात से संबंध रखते थे, लेकिन मुख्यमंत्री ने मोदी से पूछा है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी भी गुजरात से संबंध रखते थे, उनके आदर्र्शों को उन्होंने क्यों नहीं अपनाया।
from Divya Himachal
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