शिमला – हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने नेता जी सुभाष चंद्र बोस का जंयती समारोह आयोजित किया। विश्वविद्यालय इकाई ने नेता जी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के उपलक्ष्य पर विवि परिसर में पुष्पांजलि कार्यक्रम किया। इस अवसर पर नेता जी के जीवन से भी छात्रों को अवगत करवाया गया। इकाई अध्यक्ष विश्वबन्धु शर्मा ने कहा कि 23 जनवरी 1897 को इस महान व्यक्तित्व का जन्म इस पावन भूमि पर हुआ। यहा महान व्यक्तित्व भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी नेता थे। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अंग्रेजों से लड़ने हेतु जापान की सहायता से इन्होंने आजाद हिंद फौज का गठन किया।उनके द्वारा दिया गया जय हिंद का नारा राष्ट्रीय नारा बन गया । तुम मुझे खून दो में तुम्हें आजादी दूंगा यह नारा भी उन्होंने हर एक भारतीय को स्वतत्रं करने के लिए दिया था। अध्यक्ष विश्वबन्धु शर्मा ने कहा कि नेता जी सुभाष चंद्र बोस को अपने सार्वजनिक जीवन में 11 बार कारावास हुआ। सबसे पहले 16 जुलाई 1921 को उन्हें छह महीने का कारावास हुआ और 23 अगस्त 1945 को नेता जी लापता हो गये जिसके बाद वो आज तक किसी को दिखाई नहीं दिए। इकाई सचिव सुयश पवार ने कहा कि ऐसे महान व्यक्तित्व से भारत देश के सभी युवाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने देश के लिए इतने कीर्तिमान स्थापित किए। इकाई सचिव सुयश पवार ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद हमेशा महान क्रांतिकारियों के जीवन से प्रेरणा लेते हुए भारत माता की जय के जयघोष को लेकर इस मातृभूमि के लिए कार्य करने वाला युवा संगठन है। सुयश पवार ने कहा कि विद्यार्थी परिषद सदैव छात्र व राष्ट्र कार्य में लिए है।
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