
ईवीएममशीनों पर उठ रहे सवालों को देखते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग ने इसकी अभी से तैयारी शुरू कर ली है। हिमाचल में इस साल के आखिर में होने वाले विधानसभा चुनाव में ईवीएम नहीं बल्कि वीवीपीएटी मशीन दिखेगी। वोटर वेरीफाइअबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपीएटी) मशीन में मतदाता वोट डालने के बाद यह जान पाते हैं कि जिसे वह वोट देना चाहते थे। वोट उसे ही पड़ा है कि नहीं। केंद्रीय चुनाव आयोग ने करीब 30 हजार वीवीपीएटी मशीने खरीदने का आदेश दिया है। इलेक्शन कमीशन को दो माह बाद ये मशीनें मिल जाएंगी। ईवीएम पर देश की विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा बार-बार उठाए जा रहे सवालों को देखते हुए केंद्रीय चुनाव आयोग इस बार हिमाचल और गुजरात के विधानसभा चुनाव वीवीपीएटी मशीनों से करवा रहा है। चुनाव आयोग के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि हिमाचल के लिए करीब 7500 वीवीपीएटी मशीनों की आवश्यकता है। केंद्रीय चुनाव आयोग वीवीपीएटी मशीन के लिए लगभग सारी प्रपोजल तैयार कर चुका है। जुलाई माह में उसे करीब 30 हजार वीवीपीएमटी मशीनें मिल जाएंगी। 35 हजार के करीब वीवीपीएटी मशीनें केंद्रीय चुनाव आयोग को पहले ही...
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source: Dainik Bhaskar
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