तीन चरणों में होगा 775 मेगावाट लूहरी प्रोजेक्ट का निर्माण

रामपुर बुशहर – पर्यावरण संरक्षित रहे और राज्यों को बिजली की आपूर्ति भी की जा सके इसके लिए 775 मेगावाट की लूहरी परियोजना का निर्माण अब तीन चरणों में किया जाएगा। नाथपा-झाकड़ी जल विद्युत निगम लिमिटेड की 775 मेगावाट की लूहरी परियोजना के महाप्रबंधक अरविंद महाजन ने कहा है कि लूहरी परियोजना का निर्माण पहले एक चरण में   किया जाना था, पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए अब परियोजना का निर्माण तीन चरणों में किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का सर्वेक्षण और अन्वेषण कार्य प्रगति पर है। लूहरी परियोजना महाप्रबंधक अरविंद महाजन ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि लूहरी पन बिजली प्रोजेक्ट का पहला चरण निरथ में बनेगा। इस प्रोजेक्ट से कुल 210 मेगावाट बिजली उत्पादन होगा। पहले चरण के प्रोजेक्ट का पावर हाउस लूहरी में बनाया जाना है। पहले चरण के प्रोजेक्ट से इस क्षेत्र की छह पंचायतों के ग्रामीण प्रभावित होंगे। उन्होंने बताया कि पहले निरथ में बांध और मरोल में पावर हाउस का निर्माण किया जाना था और एक ही चरण में बनाया जाना था और इसकी कुल क्षमता 775 मेगावाट की थी। पर्यावरण के दृष्टिगत अब इस प्रोजेक्ट को तीन चरणों में बनाने की फैसला लिया गया है। महाजन ने बताया कि लूहरी प्रोजेेक्ट के 231 मेगावाट क्षमता के दूसरे चरण के प्रोजेक्ट के लिए तीन स्थानों किनु, नथान और नाज का चयन किया गया है। इन तीनों स्थानों में से एक स्थान पर डैम बनेगा और कहां पावर हाउस का निर्माण होना है, इसके लिए सही स्थान का चयन करके दूसरे चरण के प्रोजेक्ट का डैम और पावर हाउस बनाया जाएगा। वहीं तीसरे चरण में डैम और पावर हाउस खैरा और सुन्नी में बनेंगे। इस प्रोजेेक्ट की बिजली उत्पादन क्षमता 334 मेगावाट की रहेगी। महाजन ने कहा कि तीन चरणों में तैयार होने वाली इस परियोजना में सूरंग का निर्माण नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि परियोजना से प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं, ढांचागत कार्यों, महिला सशक्तिकरण, कौशल विकास जैसे मुद्दों पर प्रोजेक्ट की ओर से धनराशि व्यय की जा रही है।

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