15 दिन में शिक्षक दो, नहीं तो आंदोलन

रामपुर बुशहर – ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के गिरते ग्राफ को लेकर अब अभिभावक सड़कों पर उतरने की तैयारी कर रहे हैं। सेमवार को कूहल पंचायत के पटैना गांव के ग्रामीणों ने जिला परिषद सदस्य दलीप कायथ की अगवाई में एसडीएम डा. निपुण जिंदल को ज्ञापन देते हुए कहा कि राजकीय माध्यमिक पाठशाला में पिछले 12 वर्षों में विज्ञान का अध्यापक नहीं आया है। ऐसे में यहां के छात्रों के भविष्य के साथ सरेआम खिलवाड़ किया जा रहा है। अभिभावकों ने कहा कि मजबूरन उन्हें अपने बच्चे कहीं अन्य स्कूल में भेजने पड़ रहे हैं, लेकिन जो गरीब लोग हैं उन्हें अपने बच्चों को पढ़ाने में खासी दिक्कतें पेश आ रही हैं। न तो वह किसी अन्य स्कूल में जा पा रहे हैं और न ही यहां पर विज्ञान की पढ़ाई कर पा रहे हैं। जिला परिषद सदस्य दलीप कायथ ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष 1965 में पटैना स्कूल खोला था, ताकि बच्चों को पढ़ने के लिए रामपुर न जाना पड़े। इससे दुखद ही कहा जाएगा कि आज दिन राज्य सरकार और शिक्षा विभाग पटैना स्कूल में साइंस शिक्षक की तैनाती नहीं कर पाई। लिहाजा क्षेत्र के बच्चों को साइंस पढ़ने के लिए 50 किलोमीटर दूर रामपुर स्कूल का रुख करना पड़ रहा हैं। इतना ही नहीं स्कूल में साइंस विषय शुरू न होने और शिक्षकों की तैनाती न होने से स्कूल प्रबंधन कमेटी खासी नाराज है। स्कूल में साइंस शिक्षक की आज तक तैनाती नहीं हो सकी है, जो कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ हैं।


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source: DivyaHimachal

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