शिमला—चित्रकार अपने चित्रों में जीवन के तत्व और सौंदर्य का रंग भरता है। चित्रकारी एक ऐसी कला है, जिसे करने वाला इन्सान लोगांे की भावनाओं से बहुत जल्दी जुड़ जाता है। चित्रकार की आंखें वो देखने में सक्ष्म होती हैं, जो आम आदमी आसानी से नहीं देख पाता।यह बात शिमला के फाइन आर्ट कालेज के छात्र अरविंद्र सिंह जो स्माइली के नाम से प्रसिद्ध है। इनकी चित्रकारी को देख कर साफ प्रतीत होता है कि एक चित्रकार कैसे लोगों की भावनाओं से जुड़ जाता है। चित्रकार लोगों की भवनाओं को रंगों से सुंदर रूप देकर लोगों के समक्ष रखता है। रंगों में वह जादू है, जो रंगने वाले, देखने वाले के दिलों को विभोर कर देता है। ऐसी ही चित्रकारी करते हैं स्माइली। उन्होंने बताया कि उनकी अधिकतर पेंटिंग प्रकृति सौंदर्य से लेकर आम लोगों की रियल लाइफ से जुड़ी होती हैं। यही कारण है कि उनकी पंेटिंग को आम लोग पंसद ही नहीं बल्कि खरीद भी रहे हैं। स्माइली द्वारा बनाई गई पेंटिंग में छोटे बच्चे से लेकर बुढ़ापे तक के सफर को बखूबी तरीके से चित्रकारी कर दिखया गया है। इन चित्रों को देखकर ऐसा प्रतीत होता है मानो इन चित्रों में जान हो और ये अभी बोल उठेंगे। यह सच है कि एक चित्रकार लोगों की भावना को आसानी से अपना लेता है और उन्हें अपनी चित्रकारी में उकेरता है। स्माइली ने बताया कि वह बच्चपन से ही चित्रकला सक जुड़े हैं और चित्रकारी में ही अपनी शिक्षा पूरी कर रहे हैं। वहीं, शिक्षा के साथ-साथ पंेटिंग कर आमदनी भी कमा रहे हंै। स्माइली आज के युवाओं को संदेश देता है कि चित्रकारी करने से मन को सकून मिलता है और दुनिया को देखने के नजरिए में भी परिवर्तन आता है। आज का युवा जिस तरह दिन रात नशे की लत में पड़ता जा रहा है। उस पर भी काबू पाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि युवाओं को चित्रकारी का शौक पालना चाहिए। पेंटिंग करने वाला युवा कला का ही नशा करता है।
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Courtsey: Divya Himachal
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