शिमला — मौसम की बेरुखी से पर्यटन नगरी शिमला में पर्यटक कारोबार मंदी के दौर से गुजर रहा है। हालांकि बीते दिनों हुई बर्फबारी से पर्यटन कारोबार ने गति पकड़ ली थी, मगर अब फिर से पर्यटन कारोबार मंदी में है। वीकेंड पर भी शिमला में नाममात्र सैलानी ही पहुंचे, जिसके चलते पर्यटन कारोबार से जुड़े कारोबारियों के चेहरों पर मायूसी दिख रही है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान भी सही नहीं रहा। विभाग का पूर्वानुमान था कि पांच फरवरी तक बारिश होगी। पर अब ऐसा नहीं है। वहीं, ऊपरी शिमला के कुफरी व नारकंडा में अभी भी हल्की बर्फ होने से सैलानी यहां पहुंच रहे हैं, मगर जिला के अन्य पर्यटक स्थल बिना सैलानियों के विंटर सीजन के दौरान भी वीरान पड़े हुए हैं। मौसम विभाग द्वारा जारी ताजा पूर्वानुमान के तहत पांच फरवरी तक मौसम शुष्क बना रहेगा। इस दौरान जिला के अधिकतर क्षेत्रों में चटक धूप खिलेगी, मगर विभाग ने छह फरवरी को मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में एक-दो स्थानों पर बारिश-बर्फबारी की उम्मीदें जताई हैं। मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में सात-आठ फरवरी को मौसम शुष्क रहेगा, मगर नौ फरवरी को फिर से कुछ स्थानों पर बारिश-बर्फबारी होने का पूर्वानुमान लगाया जा रहा है, इस दौरान बारिश-बर्फबारी होती है तो यह मंदी से उबार देगी।
राजधानी में फिर लुढ़का पारा
शिमला के न्यूनतम तापमान में फिर से गिरावट आई है। शिमला का न्यूनतम तापमान लुढ़क कर 3.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिसमें शुक्रवार के मुकाबले 3.0 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट रिकार्ड की गई है। शिमला में शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 6.1 डिग्री दर्ज किया गया था। ऐसे में यहां पर शीतलहर का दौर चलता रहा।
कम हुई बारिश
जिला शिमला में इस विंटर सीजन में सामान्य से कम बारिश हुई है। मौसम विभाग से प्राप्त जानकारी के तहत शिमला में विंटर सीजन में सामान्य से 48 से 50 मिलीमीटर कम बारिश हुई है। ड्राई स्पेल ने बागबानों का बागीचों में विकास कार्य का शेड्यूल पूरी तरह से प्रभावित कर दिया है।
^पूरी खबर पढ़े: source - DivyaHimachal
Post a Comment