शिमला— हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के तत्त्वावधान सहित हिमाचल किसान सभा, शिमला नागरिक सभा, जनवादी महिला समिति ने देश की पहली शिक्षिका, समाज सुधारक ओर कवयित्री सावित्री बाई फुले को उनके 187वें जन्मदिन पर याद किया। उन्होंने सावित्री फुले द्वारा बेटियों की शिक्षा के लिए उठाए गए कदम की सराहना की। सावित्री बाई फुले के जीवन पर प्रकाश डालते हुए जनवादी महिला समिति की राज्य कमेटी सदस्य डॉ रीना सिंह ने कहा कि सावित्री बाई फुले न केवल भारत की पहली महिला अध्यापिका और पहली प्रधानाचार्य थीं अपितु वे संपूर्ण समाज के लिए एक आदर्श प्रेरणा स्त्रोत, प्रख्यात समाज सुधारक, जागरूक और प्रतिबद्ध कवयित्री, विचारशील, चिंतक भारत के स्त्री आंदोलन की अगुआ भी थीं। डॉ. सिंह ने कहा कि सावित्री बाई फुले ने हजारों-हजार साल से वंचित किए गए शूद्र-अतिशूद्र समाज और स्त्रियों के लिए शिक्षा और ज्ञान के बंद दरवाजे खोले थे। उन्होंने आह्वान किया कि सावित्री बाई फुले के जीवन से प्रेरणा लेते हुए और उनके विचार को आगे बढ़ाते हुए हम सबका दायित्व बनता है कि जिन कुरीतियों के लिए वे लड़ीं, उन्हें खत्म करने लिए प्रयास करें। हिमाचल ज्ञान विज्ञान समिति के प्रदेश अध्यक्ष डॉ ओम प्रकाश भूरेटा ने कहा कि आज हम बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे के जएि कन्या भू्रण हत्या रोकने और बेटियों की शिक्षा की ओर समाज का ध्यान दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। किसान सभा अध्यक्ष डॉ कुलदीप तनवर ने कहा कि सावित्री बाई फुले समस्त प्रकार के सामाजिक पक्षपात के विरुद्ध थीं।
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