चार दिन बाद भी नल सूखे

शिमला – प्रदेश भाजपा नेताओं ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार व नगर निगम पर आरोप लगाया है कि शिमला की जल वितरण प्रणाली में विभिन्न विभागों के आपसी तालमेल व समन्वय न होने के कारण शिमला की जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जनता को चार दिन बाद भी पानी नहीं मिल पा रहा है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष गणेश दत्त, प्रदेश कोषाध्यक्ष कपिल सूद, जिलाध्यक्ष संजय सूद, प्रदेश व्यापार प्रकोष्ठ के संयोजक रमेश चोजड़, जिला व्यापार संयोजक अजय सरना ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रदेश सरकार शिमला के ऐतिहासिक महत्त्व को समाप्त करती जा रही है और शिमला में लगातार पानी की सप्लाई में आ रही बाधा से शिमला के नागरिक तो परेशान हैं उपाध्यक्ष गणेश दत्त ने कहा कि सरकार की विभिन्न विभागों में पकड़ न होने के कारण विद्युत विभाग, सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग तथा नगर निगम पानी की कमी के लिए एक-दूसरे के सिर दोष मढ़ देता है। वास्तव में जल आपूर्ति में आ रही कमी के लिए ये सभी विभाग दोषी हैं। एक ओर पानी की कमी दूसरी ओर ग्रीन टैक्स का बोझ और तीसरी ओर लक्कड़ बाजार को शिफ्ट किए जाने की सरकार की योजना से शिमला का पूरा व्यापार तबाह होने की कगार पर आ चुका है। पार्टी ने मांग की है कि ग्रीन टैक्स को लागू नहीं किया जाए, साथ ही लक्कड़ बाजार बस स्टैंड को अन्यत्र शिफ्फ न किया जाए। जिलाध्यक्ष संजय सूद ने कहा कि प्रदेश सरकार ने शिमला की जनता पर सीवरेज सैस लगाकर शिमला की जनता की जेब काटने का प्रयास किया है। जो सीवरेज सैस 30 प्रतिशत लगाया गया है, इसे पूर्ववत दर दस प्रतिशत किया जाना चाहिए।


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source: DivyaHimachal

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