सात दिन में करो शिक्षकों की तैनाती

रामपुर बुशहर – आठ महीने पहले निरमंड में खोले गए कालेज में रिक्त चल रहे प्राध्यापकों के पदों को लेकर यहां पर अध्ययनरत छात्रों ने सामूहिक स्थानांतरण का ऐलान कर दिया है। इस कालेज में पढ़ रहे छात्रों ने कहा कि सरकार यहां पर कालेज खोलकर गहरी नींद में सो गई है। स्थिति यह है कि इस कालेज में मात्र एक शिक्षक है, जबकि अन्य जो शिक्षक यहां पर तैनात किए गए हैं उनके विषय से संबंधित यहां पर छात्र ही नहीं हैं। ऐसे में इस कालेज में पढ़ रहे छात्रों का भविष्य  अधर में लटक गया है। छात्रों ने कहा कि अगर ऐसी ही स्थिति रही तो वह स्थानांतरण करने को मजबूर हो जाएंगे। छात्रों ने कहा कि बड़ी हैरानी की बात है कि, जो नेता इस कालेज को खोलने के लिए बड़े उत्सुक थे वे आज यहां पर प्राध्यापकों को लाने में नाकाम साबित हो रहे हैं। ऐसे में उन नेताओं को केवल निरमंड में कालेज चाहिए था,  चाहे वहां पर पढ़ाई हो या न हो। छात्रों ने कहा कि इस विषय पर कई मर्तबा तहसीलदार के माध्यम से वे विश्वविद्यालय सहित मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन आज दिन तक कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई। छात्रों ने कहा कि उस महाविद्यालय खोलने का कोई औचित्य नहीं है, जहां पर शिक्षक न हो। छात्रों ने उन नेताओं को भी नसीहत देते हुए कहा कि, जो नेता कालेज के निर्माण पर आपस में लड़ रहे हैं वह सबसे पहले शिक्षकों को लेकर सरकार पर दबाव बनाए। कालेज का निर्माण चाहे कहीं भी हो अगर शिक्षक नहीं होंगे तो वहां पर कोई भी छात्र नहीं पढ़ेगा। छात्रों ने मांग की है कि एक सप्ताह के अंदर इतिहास, राजनीति विज्ञान, हिंदी, अर्थशास्त्र आदि अहम विषयों के शिक्षकों की तैनाती की जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो वह  कालेज को छोड़कर किसी अन्य कालेज में सामूहिक दाखिला ले लेंगे। छात्रों ने कहा कि इस कालेज में शिक्षकों का न होना उन नेताओं की काबिलीयत पर भी प्रश्नचिन्ह लगाता है, जो निरमंड में कालेज खोलने के लिए लगातार प्रयास कर रहे थे। अब जब कालेज खुला है तो इस कालेज में पढ़ाने वाले शिक्षक ही नहीं हैं।


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source: DivyaHimachal

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