शहर में ट्रकों की नो एंट्री पर बिफरे


करसोग — हिमाचल के सेब को बाहर की मंडियों तक सुरक्षित व समय पर पहुंचाने के लिए टैम्पो, ट्रक चालकों, मालिकों का बेहद महत्त्वपूर्ण सहयोग रहता है, परंतु शिमला प्रशासन द्वारा रोहड़ू, रामपुर, आनी, करसोग, किन्नौर, ठियोग, छतरी, दलाश, कुमारसैन, कोटगढ़, नारकंडा आदि क्षेत्रों से सेब से लद्दे हुए ट्रक इस बार शहर के अंदर से नहीं बल्कि मेहली, शोघी, बाइपास होकर चलाने के आदेश को लेकर करसोग के ट्रक चालक, मालिक सरकार तथा प्रशासन से इस फैसले को लेकर पुनः विचार की गुहार लगा रहे हैं। करसोग निवासी ट्रक आपरेटर भगत राम शर्मा, ट्रक यूनियन बखरोट के प्रधान विद्यासागर शर्मा सहित अनेक चालकों ने कहा कि सेब से लद्दे हुए ट्रक शहर के अंदर से होकर गुजरने वाली बात शिमला प्रशासन द्वारा अपने स्तर पर ठीक हो सकती है, परंतु जिस मेहली, शोघी बाइपास होकर सेब ट्रकों को जाने के आदेश दिए हैं व सड़क बेहद खतरनाक है, जिसमें कभी भी सेब से लद्दे हुए ट्रक दुर्घटना का शिकार हो सकते हैं तथा गत वर्ष ऐसी कई दुघर्टनाएं सामने भी आई हैं। बताया गया है कि मेहली, शोघी बाइपास सड़क कई स्थानों पर संकरी है तथा सैकड़ों पेटियों से लद्दे हुए ट्रक डगमगाते हुए खतरे से जूझ कर ही इस रास्ते से निकलते हैं। इस सड़क को पहले भारी वाहनों के चलने काबिल पूरी तरह बनाया जाए, तभी सेब से लद्दे ट्रक इस रास्ते लेकर जाए। करसोग के अनेक चालकों, मालिकों ने सरकार से गुहार लगाते हुए कहा कि सेब सीजन में प्रदेश के बाहर से जो ट्रक सेब ढुलाई के लिए आते हैं, उन्हें तो सरकार टैक्स में छूट दे देती है, परंतु जो ट्रक आपरेटर पूरा वर्ष वाहन टैक्स के माध्यम से सरकार के खजाने को राजस्व देते हैं, उनको कोई छूट सेब सीजन में नहीं मिलती, जो कि प्रदेश के अपने ट्रक आपरेटरों के साथ भेदभाव है। टैक्स में हिमाचल के ट्रक आपरेटरों को भी सेब सीजन में छूट मिलनी चाहिए।







source: DivyaHimachal

Full Story at: http://www.divyahimachal.com/himachal/sundernagar-mandi-news/%e0%a4%b6%e0%a4%b9%e0%a4%b0-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0%e0%a4%95%e0%a5%8b%e0%a4%82-%e0%a4%95%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a5%8b-%e0%a4%8f%e0%a4%82%e0%a4%9f%e0%a5%8d%e0%a4%b0/

Post a Comment