ठियोग – ठियोग की माहोरी पंचायत के दीद गांव में स्टोन क्रशर को लेकर स्थानीय ग्रामीण लामबंद हो गए हैं। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि नियमों की अवहेलना करने के बावजूद स्टोन क्रशर को सील नहीं किया जा रहा है। इसके चलते गुरुवार को दीद ढेलोगाढ़ माहोरी गांव के ग्रामीण किसान सभा के पदाधिकारी राकेश गोलू की अध्यक्षता में ठियोग में एसडीएम से मिले और एक ज्ञापन सौंपकर इस क्रशर के कारण हो रही दिक्कतों के चलते इसे बंद करवाने के आदेश जारी करने की मांग की है। किसान सभा के पदाधिकारी राकेश गोलू ने बताया कि सोमवार को यहां पर रात के समय की गई भारी ब्लास्टिंग के कारण इलाके के करीब आधा दर्जन घरों में दरारें आ गई थीं। इसके अलावा कई घरों के शीशे टूट गए, जबकि कई घरों के साथ लगती जमीनों में भी दरारें आ गईं थीं। उन्होंने बताया कि इस बारे में पुलिस ने एफआईआर तो दर्ज कर ली है, लेकिन आगे कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि बुधवार को जब ठियोग से नायब तहसीलदार की अध्यक्षता में एक टीम मौके पर गई थी तो माइनिंग आफिसर ने स्टोन क्रशर मालिक के गोदाम को भी खंगाला था। इसमें 34 पेटी डाइनामाइट भी पकड़ी गई थी, जो सरासर कानून का उल्लंघन है। इतना सारा ब्लास्टिंग का सामान ठेकेदार अपने गोदाम में नहीं रख सकता है। ग्रामीण का आरोप है कि प्रशासन इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है और न ही पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई अमल में लाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने एफआईआर की कापी भी अभी तक सार्वजनिक नहीं की है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि इसकी मिट्टी सीधे नीचे माहोरी खड्ड में गिराई जा रही है, जिससे कि पानी भी सूख रहा है। ग्रामीणों ने मांग की है कि शीघ्र अतिशीघ्र स्टोन क्रशर को लेकर कोई कार्रवाई अमल में लाई जाए, जिससे कि ग्रामीणों की सेहत से हो रहे खिलवाड़ से बचा जा सके। उधर, थाना प्रभारी ठियोग संतोष कुमार ने बताया कि स्टोन क्रशर मालिक के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है और कार्रवाई भी पुलिस कर रही है।
^पूरी खबर पढ़े: source - DivyaHimachal
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