गगरेट — उत्तरी भारत का सुप्रसिद्ध एवं पांडव काल का लगभग पांच हजार वर्ष प्राचीन द्रोण शिव मंदिर शिववाड़ी को सोमवार को प्रदेश सरकार ने अपने कब्जे में लेकर अधिग्रहण कर लिया। सोमवार सुबह पुलिस बल की उपस्थिति में प्रशासन की ओर से एसडीएम अंब अशोक चौहान एवं तहसीलदार मनोज कुमार ने सरकार के आदेशों के अनुसार प्राचीन शिववाड़ी मंदिर को अपने कब्जे में ले लिया। तहसीलदार मनोज कुमार ने बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से उन्हें इस मंदिर को अधिग्रहण करने के आदेश आए थे, जो कि प्रदेश सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में फैसला हुआ था। उन्होंने सरकार के आदेशों का पालन करते हुए जहां-जहां मंदिर के कमरों में ताले लगे थे, वहां सरकार की ओर से अपने ताले लगाकर सील कर दिया है। उन्होंने बताया कि मंदिर की चल अचल संपत्ति की लिस्ट तैयार की जा रही है। तहसीलदार मनोज कुमार ने बताया कि मंदिर के मुख्य पुजारी किसी रिश्तेदार की बीमारी के चलते बाहर गए हुए हैं। वहीं एसडीएम अंब अशोक चौहान के मुताबिक सरकार के आदेशों के मुताबिक यह कार्रवाई अमल में लाई गई है। गौरतलब है कि पिछली बार भी जब कांग्रेस की सरकार थी तब भी इस मंदिर का सरकारी अधिग्रहण किया गया था। इस बार भी कांग्रेस सरकार सत्ता में आते ही मंदिर को अधिग्रहण करने की सुगबुगाहट शुरू हो गई थी। इस बार भी सरकार के आदेशों के चलते शिववाड़ी मंदिर का अधिग्रहण कर लिया गया है।
from Divya Himachal
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