ऊना — विधानसभा के बजट सत्र में सत्तापक्ष व विपक्ष के मध्य जारी गतिरोध के लिए मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह व संसदीय कार्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री जिम्मेदार हैं। यह बात ऊना में पत्रकारवार्ता के दौरान एक प्रश्न के उत्तर में विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व पूर्व सीएम प्रेम कुमार धूमल ने कही। इस अवसर पर प्रदेश भाजपाध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, विधायक वीरेंद्र कंवर व अन्य भाजपा नेता भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि यह दोनों विपक्ष के विधायकों के प्रति लगातार भड़काऊ बयानबाजी करके मामले को उलझा रहे है। उन्होंने कहा कि पक्ष व विपक्ष लोकतंत्र के पहिए हैं और दोनों की मौजूदगी सदन में जरूरी है, लेकिन कांग्रेस के अडि़यल रवैये और कटुवाणी के चलते विपक्ष बजट सत्र से गैरहाजिर है। उन्होंने कहा कि सत्तापक्ष ने विपक्ष को मनाने का प्रयास करने के स्थान पर भड़काऊ भाषा का जान-बूझकर प्रयोग किया है, ताकि विपक्ष सदन में आए ही नहीं। उन्होंने कहा कि ऐसा हिमाचल के इतिहास में पहली बार हुआ है कि विपक्ष पूरे सत्र का बायकाट कर रहा है और सत्तापक्ष में जिनकी जिम्मेदारी सदन को सुचारू चलाने की है, वही लोग विपक्ष को ऐसे कदम उठाने के लिए उकसा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सीएम व मंत्री भी एक विधायक हैं और उन्हें विधायकों का सम्मान करना पड़ेगा। विधायकों के लिए बंधुआ मजदूर, भेड़-बकरी इत्यादि शब्दों का प्रयोग कतई बर्दाश्त नहीं होगा। प्रेम कुमार धूमल ने कहा कि सदन में चला गतिरोध सत्तापक्ष के अहंकार का परिणाम हैं। सीएम की यह आदत बन गई है कि पहले गलत बोलते हैं और फिर मुकर जाते हैं। सदन को कैसे सुचारू चलाना है, इसकी जिम्मेदारी सत्तापक्ष पर है और उन्हें ही अपनी गलतियों को मानना होगा।
from Divya Himachal
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