शिमला — मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने मंगलवार को बजट चर्चा में अपने वक्तव्य में विपक्ष की खिंचाई करते हुए कहा कि दबाव की राजनीति सरकार बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने न केवल राज्यपाल के अभिभाषण पर, बल्कि बजट पेश करने के दौरान भी वाकआउट किया और तो और बजट चर्चा का भी बहिष्कार कर हिमाचल प्रदेश विधानसभा की उच्च परंपराओं व गरिमा को तोड़ा है। प्रतिपक्ष के नेता प्रो. धूमल दो बार मुख्यमंत्री के पद को सुशोभित कर चुके हैं। उनसे ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सत्तापक्ष विपक्ष की इस दबावी सियासत के आगे किसी भी कीमत पर झुकेगा नहीं। उन्होंने कहा कि जो चार्जशीट कांग्रेस ने विपक्ष में रहते हुए पहले राज्यपाल, फिर देश के राष्ट्रपति को सौंपी थी, मौजूदा कांग्रेस सरकार का यह दायित्व बनता था कि उसकी निष्पक्ष जांच करवाई जाए। सरकार वही कर रही है। उन्होंने कहा कि इस चार्जशीट में हर आरोप की निष्पक्षता से जांच होगी। किसी भी कसूरवार को बख्शने का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि निर्दोष को तंग नहीं करेंगे और दोषी को छोड़ेंगे नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब यह चार्जशीट तैयार व पेश की गई थी तो वह हिमाचल में नहीं थे। वह केंद्रीय मंत्री थे। उन्होंने कहा कि विपक्ष बातों का बतंगड़ बनाकर लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। मगर अब लोग विपक्ष की असलीयत को जान चुके हैं। मुख्यमंत्री ने इस बात पर हैरानी व्यक्त की कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की 16 फरवरी को सुजानपुर में होने जा रही रैली को सफल बनाने के लिए प्रतिपक्ष के नेता व सभी विपक्षी विधायक एकजुटता से लगे हैं। मगर उन्हें सदन की महत्ता से कोई सरोकार नहीं। बहाने बनाकर विपक्ष इस रैली के कार्यों में जुटने के लिए पहुंचा है। सीएम ने कहा कि जिस तरह से विपक्ष प्रश्नकाल व बजट चर्चा से भागा है, उसे देखकर प्रदेश के लोग भी कम हैरान नहीं हैं।
प्रिंट मीडिया को बड़ी राहत
मुख्यमंत्री ने सदन में ऐलान किया कि हिमाचल से प्रकाशित होने वाली अखबारों को विभिन्न मदों पर प्रवेश कर में छूट देने का भी प्रस्ताव है। इस संदर्भ में प्रिंटिंग मैटीरियल, प्लेट्स, इंक व अन्य सामग्री शामिल होगी।
गाड़ा गुशैणी में खुले कालेज
शिमला — मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मंगलवार को विधायक करण सिंह के नेतृत्व में कुल्लू जिला के गाड़ा गुशैणी के एक प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की। प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री से गाड़ा गुशैणी में सार्वजनिक क्षेत्र में डिग्री कालेज खोलने का आग्रह किया, ताकि क्षेत्र के विद्यार्थियों को उनके घर द्वार के निकट उच्च शिक्षा की सुविधा उपलब्ध हो सके। मुख्यमंत्री ने उनकी मांग को पूरा करने का आश्वासन देते हुए कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को उनके घरों के निकट गुणात्मक एवं उच्च शिक्षा प्रदान करने के लिए वचनबद्ध है। प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष जगत सिंह नेगी के नेतृत्व में किन्नौर जिला के कड़छम, वांगतू, उर्नी, चागवान, यूला क्षेत्र के एक अन्य प्रतिनिधिमंडल ने भी मुख्यमंत्री से भेंट की।
from Divya Himachal
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