कैप्टन अमोल ने अदम्य साहस से किया था शत्रु का सामना


एमएल सहोड़, मैहतपुर


राष्ट्र की आन-शान व बान तथा रक्षा के लिए पंजाब व हिमाचल के शूरवीर अपनी जान पर भी खेल गए। इन शूरवीरों की कहानी निश्चित रूप से भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखी जाएगी। शौर्य, पराक्रम और तेजस्विता से ओतप्रोत रणबांकुरों की यह जन्म भूमि भारत के स्वाभिमान का भी प्रतीक है। इस स्वाभिमान को बरकरार रखने के लिए इन प्रांतों के एक नहीं सैकड़ों जवानों ने अपनी प्राण न्योछावर किए हैं।


आज से लगभग 13 वर्ष पूर्व नंगल के इतिहास में एक ऐसा दिन आया था जब शहर की समस्त सड़



source: Jagran

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