संवाद सहयोगी, बिलासपुर : ऋषिकेश के लक्ष्मी नारायण मंदिर में श्रीमद्भागवत पुराण कथा के चौथे दिन प्रवचन करते हुए पंडित सोमनाथ शर्मा ने कहा कि भगवान श्रद्धा भाव के भूखे होते हैं।
उन्होंने कहा कि जो प्राणी भगवान को श्रद्धा और प्रेम से याद करते हैं, भगवान उन्हीं के हो जाते हैं। जिस तरह गंगा में स्नान करने से पापों का नाश व शरीर की शुद्धि हो जाती है, उसी तरह कलियुग में सेवा भाव, दान व भगवान सिमरन करने वाले को कभी दुख सहन नहीं करना पड़ता है। उन्होंने कथा में गो माता की पूजा के महत्व के बारे
source: Jagran
Full Story at: http://www.jagran.com/himachal-pradesh/bilaspur-hp-10396992.html
Post a Comment