खत्म हो रही खुजराहो शैली में नक्काशी


राकेश शर्मा, चंबा


राष्ट्रीय महत्व के ऐतिहासिक स्मारकों की दशा खंगालते हुए 'दैनिक जागरण' टीम के हाथ कुछ ऐसे साक्ष्य लगे हैं। जिन्हें देखकर चंबा के मूल निवासियों के भी होश उड़ जाएंगे। जिन स्मारकों पर अब तक बुद्धिजीवी वर्ग और चंबा शहर का बहुत बड़ा तबका गर्व कर रहा था दरअसल वक्त की आंधी ने उन्हें खोखला कर दिया है। राष्ट्रीय धरोहरों में काष्ठकला की प्रतिमाएं सिर्फ चामुंडा देवी मंदिर से ही गायब नहीं हैं, बल्कि जिस देवी के नाम पर चंबा शहर बसा है उस मंदिर से भी काष्ठकला की एक प्रतिमा लापता है।<<br>

source: Jagran

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