पांच साल में भी पूरी नहीं हुई टायरिंग


रोहड़ू — चिड़गांव में बडियारा-ढाक गांव की 11 किलोमीटर सड़क की टायरिंग का कार्य पांच साल से अधर में लटका हुआ है। लोक निर्माण विभाग को मिले टारगेट के आधार पर सड़क की टायरिंग 2010 में पूरी होना थी। लोक निर्माण विभाग ने सड़क की टायंिरंग का कार्य 3.99 करोड़ रुपए में ठेकेदार को दिया है। समय पर कार्य पूरा नहीं होने की एवज में लोक निर्माण विभाग ने ठेकेदार को 39 लाख रुपए की पेनल्टी लगा दी है। ठेकेदार ने अपने ऊपर लगी इस पेनल्टी को गलत करार दिया है। सड़क के ठेकेदार अमर सिंह ने बताया है कि वह नियमों के तहत सड़क पर टायरिंग का कार्य कर रहे हैं। समय पर जो देरी हुई है, उसके लिए लोक निर्माण विभाग जिम्मेदार है। जताटा से मसली तक डेढ़ किलोमीटर तैयार टायरिंग को लोक निर्माण विभाग की जेसीबी ने इस बार बर्फ हटाते समय उखाड़ा है। वहीं प्रोजेक्ट कंपनी की मशीनों ने भी उनकी टायरिंग को नुकसान पहुंचाया है। बडियारा से ढाक गांव तक 11 किलोमीटर इस सड़क का निर्माण पीएमजीएसवाई के तहत 2004 में हुआ है, जिस पर टायरिंग का कार्य 2008 में शुरू हुआ है। ढाक गांव की प्रधान शर्मिला देवी, बृजलाल, वार्ड सदस्य यशवंत तेगवाण, वार्ड सदस्य कृष्णा देवी, बीरबल नेगी, शूरवीर रावत, भूपेंद्र रावत, पृथ्वी राज, गिटू राज रावत, गुड्डू राज साकटा, संदीप साकटा, विजय खुराना, अजय खुराना, पिंकू खुराना, बृजमोहन, कुलदीप रावत, सुरेश झामटा किरपाल खुराना और जगत खुराना ने संयुक्त बयान में बताया है कि पांच साल पहले शुरू हुई सड़क की टायरिंग का कार्य अभी भी पूरा नहीं हुआ है। लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता करतार सिंह ने बताया कि बडियारा से ढाक गांव तक की टायरिंग का कार्य 2010 में पूरा होना था। समय पर कार्य पूरा नहीं होने पर ठेकेदार को 39 लाख रुपए की पेनल्टी लगी है। उन्होंने बताया है कि ठेकेदार ने काम पूरा करने के लिए जून तक का समय ले लिया है, यदि ठेकेदार जून से पहले कार्य पूरा करता है तो उसकी पेनल्टी कुछ हद तक माफ भी की जा सकेगी।







source: DivyaHimachal

Full Story at: http://www.divyahimachal.com/himachal/shimla-news/%e0%a4%aa%e0%a4%be%e0%a4%82%e0%a4%9a-%e0%a4%b8%e0%a4%be%e0%a4%b2-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82-%e0%a4%ad%e0%a5%80-%e0%a4%aa%e0%a5%82%e0%a4%b0%e0%a5%80-%e0%a4%a8%e0%a4%b9%e0%a5%80%e0%a4%82-%e0%a4%b9/

Post a Comment

Latest
Total Pageviews