कसौली — धर्मपुर विकास खंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत पट्टा नाली क्षेत्र सरकारी उपेक्षा के कारण विकास कार्यों के लिए पिछड़ा हुआ है। इस पंचायत के लोगों का कहना है कि इस वैज्ञानिक युग में लोग चांद पर पहुंच गए, लेकिन पट्टा नाली के लोग सरकारी कृपा की अनदेखी के कारण भी वहीं के वहीं हैं। पंचायत में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए कोई भी उच्च विद्यालय नहीं है, जिस कारण यहां के बच्चे मिडल शिक्षा के बाद आगे नहीं पढ़ पा रहे हैं। पंचायत के लोगों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि बधोहणीघाट मिडल स्कूल का दर्जा उच्च विद्यालय कर दिया जाए, ताकि पंचायत के बच्चों को भी उच्च शिक्षा का लाभ मिल सके। बहरहाल, कुछ भी हो इस क्षेत्र की पट्टा नाली पंचायत आज भी सरकारी कृपा से उपेक्षित है। पंचायत में भारत संचार निगम ने ग्राम कथलोह में लोगों को संचार सुविधा से जोड़ने के लिए दूरभाष केंद्र स्थापित करने पर लाखों रुपए का धन व्यय किया, परंतु संचार व्यवस्था सही उपलब्ध न होने के कारण यह दूरभाष केंद्र सफेद हाथी बनकर रह गया है। यहां के लोगों का कहना है कि भारत संचार निगम ने जो लैंडलाइन टेलीफोन लोगोें को उपलब्ध करवाए हैं, उन पर कभी कभार ही टेलीफोन की घंटियां बजती हैं। अकसर टेलीफोन खराब ही रहते हैं। पहाड़ी क्षेत्र होने पर भारत संचार निगम ने बधोहणीघाट में एक मोबाइल टावर का कार्य भी पिछले तीन-चार वर्षों से शुरू कर रखा है और इसका कार्य अधर में लटका पड़ा है। उधर, लोगों को स्वास्थ्य सुविधा के नाम से भी वर्षों से अनदेखी का शिकार होना पड़ रहा है। पंचायत में स्वास्थ्य उपकेंद्र जरूर बना, लेकिन कई वर्ष से भवन क्षतिग्रस्त होने से यह सुविधा भी नहीं मिल पा रही है। हालांकि इसके पुनः निर्माण के लिए सरकार से 17 लाख रुपए स्वीकृत हो चुके हैं, परंतु इसका कार्य भी शुरू न हो सका है। उधर, पंचायत के कई गांव में पेयजल व्यवस्था भी चरमरा चुकी है। लोगों का कहना है कि विभाग ने पहुंच वाले लोगों ने पेयजल कनेक्शन दिए हुए हैं, जिस कारण आम लोगों को पेयजल उपलब्ध नहीं हो रहा है।
source: DivyaHimachal
Full Story at: http://www.divyahimachal.com/himachal/baddi-solan-news/%e0%a4%ac%e0%a4%a7%e0%a5%8b%e0%a4%b9%e0%a4%a3%e0%a5%80%e0%a4%98%e0%a4%be%e0%a4%9f-%e0%a4%b8%e0%a5%8d%e0%a4%95%e0%a5%82%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a4%be-%e0%a4%a6%e0%a4%b0%e0%a5%8d%e0%a4%9c%e0%a4%be/
Post a Comment