सुक्खू सरकार का पहला मंत्रिमंडल का आज होगा विस्तार, दो नए मंत्री लेंगे शपथ; विभागों का बंटवार और कई बदलाव भी तय

एक साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद सुक्खू सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार आज होगा। प्रदेश को आज दो नए मंत्री मिल सकते हैं।

पार्टी हाईकमान की हरी झंडी मिलने के बाद इसके लिए तैयारी शुरू हो गई है। बिलासपुर जिले के घुमारवी से राजेश धर्माणी और कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर विधानसभा से विधायक यादवेंद्र गोमा का मंत्री बनना तय है। दोपहर बाद राजभवन में शपथ होगी।

सुक्खू सरकार के मंत्रिमंडल का होगा विस्तार
राजभवन में इस बाबत तैयारी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री ने इन दोनों को शिमला बुला लिया है। कांगड़ा में अच्छी रैली के बाद मंत्रिमंडल विस्तार का निर्णय लिया गया है।

राजेश धर्माणी मुख्यमंत्री के करीबी हैं। घुमारवीं से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। पूर्व वीरभद्र सरकार में सीपीएस रह चुके हैं। बिलासपुर जिले से अभी सुक्खू सरकार में कोई भी मंत्री नहीं है।

यादवेंद्र गोमा दूसरी बार बने हैं विधायक
जयसिंहपुर से यादवेंद्र गोमा भी दूसरी बार विधायक बने हैं। वह कांग्रेस एससी विभाग के अध्यक्ष रह चुके हैं। यादवेंद्र गोमा की ताजपोशी के बाद प्रदेश के सबसे बड़े कांगड़ा जिले को दूसरा मंत्री मिल जाएगा।

गोमा की ताजपोशी के पीछे कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को माना जा रहा है, क्योंकि खड़गे ने अनुसूचित जाति कोटे से कम से कम 2 मंत्री बनाने को कहा था। दो नए मंत्री बनने के बाद 11 मंत्री हो जाएंगे। मंत्री का एक ही पद खाली बचेगा। इस पद को अगले साल लोकसभा चुनाव से कुछ दिन पहले भरा जा सकता है।

राज्यपाल को लेने दिल्ली भेजा हेलिकॉप्टर
इन मंत्रियों को राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल शपथ दिलाएंगे। राज्यपाल अभी दिल्ली में है। सूत्रों की मानें तो राज्य सरकार ने राज्यपाल को वापस बुलाने के लिए शिमला से हेलिकॉप्टर दिल्ली भेज दिया है।

अभी इन जिलों से हैं मंत्री
अभी शिमला जिले से 3 मंत्री रोहित ठाकुर, अनिरुद्ध सिंह व विक्रमादित्य सिंह, सोलन से धनीराम शांडिल, कांगड़ा से चंद्र कुमार, किन्नौर से जगत सिंह नेगी और सिरमौर से हर्षवर्धन चौहान मंत्री हैं। वहीं, चंबा जिला से विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप पठानिया हैं। मंत्रिमण्डल विस्तार के साथ ही कुछ बदलाव किए जा सकते हैं। चर्चा ये है कि विधानसभा अध्यक्ष को मंत्री बनाया जा सकता है और एक मंत्री को हटा कर विधानसभा अध्यक्ष बनाया जा सकता है।
विभागों का बंटवारा होगा
मंत्रिमण्डल विस्तार के साथ ही विभागों का बंटवारा भी होगा। मुख्यमंत्री के पास वन विभाग के अलावा ऊर्जा, आबकारी सहित कई अन्य विभाग है।ये नए मंत्रियों को दिए जा सकते हैं।

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