सिरमौर की खदानों में शुरू होगा खनन

सरकार ने केंद्रीय मंत्रालय से किया आग्रह, अदालत का भी सकारात्मक निर्णय

 शिमला —सिरमौर की बंद पड़ी चूना पत्थर खदानों को वापस शुरू करने के लिए जल्द ही राहत मिल सकती है। जहां प्रदेश सरकार ने इसके लिए केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय से आग्रह किया है, वहीं अदालत से भी इस पर सकारात्मक निर्णय हुआ है। ऐसे में उम्मीद है कि जल्द ह सिरमौर जिला की चूना पत्थर की खदानों पर काम शुरू हो जाएगा। यहां पर पर्यावरण मंत्रालय ने कुछ समय पहले रोक लगा दी थी, जिनका मानना था कि चूना पत्थर निकालने का काम शर्तों के अनुरूप नहीं हो रहा है। इसकी माइनिंग के लिए जो नियम तय हैं, उनको नहीं माना जा रहा है, जबकि ऐसा नहीं था। बताया जाता है कि पांच हेक्टेयर से अधिक जमीन पर माइनिंग करने के लिए वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी लेनी पड़ती है, परंतु यहां चूना पत्थर खदानों के मालिकों का कहना है कि उनके पास पांच हेक्टेयर से ज्यादा जमीन नहीं है। इससे कम जमीन पर संबंधित केंद्रीय मंजूरी की जरूरत नहीं है, जो कि नियमों में शुमार है, परंतु यहां वन एवं पर्यावरण मंत्रालय ने तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी थी, जिस पर यहां माइनिंग एरिया की पैमाइश का काम भी करवाया गया है। तब से लेकर यहां काम पूरी तरह से रूका हुआ है, जिससे लोगों का अच्छा-खासा नुकसान हो चुका है। यहां पर वापस चूना पत्थर निकालने का काम शुरू हो इसे लेकर लोगों ने सरकार से मांग उठाई थी, जिस पर हाल ही में प्रदेश के उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री से दिल्ली में बातचीत भी की। सरकार चाहती है कि यहां पर चूना पत्थर निकालने का काम निरंतर जारी रहे, जिसे लेकर उन्होंने आग्रह भी किया गया। इस पर अब अदालत से ही आदेश हो गए हैं कि यहां पर काम किया जा सकता है, जिसके लिए केंद्रीय मंत्रालय को निर्देशित भी किया गया है। इसके बाद अब उम्मीद बढ़ गई है कि जल्द ही केंद्रीय मंत्रालय अपनी मंजूरी दे देगा।

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Courtsey: Divya Himachal
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