सुन्नी – सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंडल सुन्नी के अंतर्गत विभिन्न इलाकों में पानी को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। कहीं पेयजल स्रोतों में पानी की कमी तो कहीं विभागीय लापरवाही के कारण अव्यवस्था का आलम है। मौसम के बदलते मिजाज एवं पेयजल स्रोतों का संवर्द्धन न होने के कारण पानी का संकट गहराता जा रहा है नतीजतन पानी आबंटन में बंदरबांट आम देखने को मिल रही है। ग्राम पंचायत बसंतपुर में कोट-बंडा-बंगाला कालोनी वासियों के लिए वर्षों पूर्व बनाए गए पेयजल भंडारण टैंक से निजी कनेक्शन दिए जाने पर उपभोक्ताओं ने एतराज जताया है। मुख्यमंत्री, सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य मंत्री तथा विभाग के उच्चाधिकारियों को भेजे ज्ञापन में उपभोक्ताओं ने आरोप लगाया है कि टैंक से लाभान्वित होने वाले उपभोक्ताओं के एतराज के बावजूद भी सिंचाई एवं जनस्वास्थ्य उपमंडल सुन्नी के अधिकारियों ने कुछ लोगो को निजी कनेक्शन आबंटित कर दिए । हैरानी है कि, जिन लोगों को भंडारण टैंक की लाइन से कनेक्शन आबंटित किए गए हैं, उन्हें पहले से ही बसंतपुर के मुख्य पेयजल भंडारण टैंक से पानी की आपूर्ति की जा रही है कोट-बंडा-बंगाला कालोनी वासियों को लगभग 40 वर्षों पूर्व, जो टैंक बनाया गया था उस समय केवल तीन से चार मकान ही विद्यमान थे, जबकि वर्तमान में लगभग 30 मकान बन चुके हैं। इस प्रकार उपभोक्ताओं की संख्या 250 के ऊपर पहुंच चुकी है विभाग से कई बार टैंक की क्षमता बढ़ाने के लिए गुहार लगाई गई है। विभाग इस ओर तो ध्यान नहीं दे रहा है, दूसरी ओर कनेक्शन धड़ल्ले से बनते जा रहे हैं, जिस कारण टैंक से लाभान्वित होने वाले उपभोक्ताओं को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। उपभोक्ताओं दुर्गेश शर्मा, हीरा लाल शर्मा, महेंद्र शर्मा, चेतराम वर्मा, हुक्म चंद वर्मा, कुंदन लाल, संतराम, धर्मपाल, शांति देवी, मीना तथा दर्जनों अन्य उपभोक्ताओं का कहना है कि दूसरे उपभोक्ताओं को मुख्य टैंक से ही पानी दिया जाए, जिससे उन्हें पहले से ही पानी की आपूर्ति की जा रही है।
विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं? निःशुल्क रजिस्टर करें !
source: DivyaHimachal
Post a Comment