
एसएफआईने एक बार फिर से वीसी प्रो. एडीएन वाजपेयी पर निशाना साधा हैं। शिमला में प्रैसवार्ता के दौरान एसएफआई ने कहा कि वीसी उन पर लगाए गए आरोपों का सबूत दें। हाल ही में वीसी ने प्रैस से मिलिए कार्यक्रम में कहा था कि एसएफआई विवि के विकास के रास्ते में रोड़ा बनी हुई हैं। एसएफआई ने कहा कि जबसे कुलपति विश्वविद्यालय में आए हैं, तब से एचपीयू भ्रष्टाचार का कार्यालय बन गया है। एसएफआई का कहना है कि कुलपति ने आरोप लगाया है कि एसएफआई उनके विकास में बाधा डालती है। एसएफआई का मानना हैं कि विवि में उन्होंने किसी भी प्रकार का कोई विकास नहीं किया है। जो ग्रेड युनिवर्सिटी को मिला है, वह ईमानदार शिक्षकों और छात्रों की वजह से मिला है। एसएफआई ने आरोप लगाते हुए कहा कि जैसे ही वर्ष 2011 में वीसी यूनिवर्सिटी आए, फीस वृद्धि का प्रस्ताव भी साथ लेकर आए। एसएफआई के कैंपस सचिव नोवल ठाकुर ने विवि कुलपति पर रोप लगाया कि राजनीतिक रूप से 2016 में नियमों को ताक पर रखकर अध्यापकों की भर्तियों करवाई गई है। वर्ष 2012 से 2016 तक सिविल हॉस्टल में गेस्ट फीस के नाम पर छात्रों से रकम वसूली गई है। उसके साथ रूसा...
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source: Dainik Bhaskar
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