अटल दशहरा सदन शिलान्यास के बाद दफन

कुल्लू — कुल्लू प्रशासन का ड्रीम प्रोजेक्ट माने जाना वाला अटल दशहरा सदन आज भी जिलावासियों को नसीब नहीं हो पाया है। इस सदन से जहां दशहरे में आने वाले देव समाज के लोगों को फायदा पहुंचना था, वहीं शहर की अन्य गतिविधियों को भी बढ़ावा देने के लिए एक विशेष मंच उपलब्ध होना था। पूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल ने जिला प्रशासन के आग्रह पर 12 अक्तूबर, 2011 में जिला के तमाम विधायकों की उपस्थिति में अटल दशहरा सदन का शिलान्यास किया था। पैसा होने के बावजूद आज तक अटल दशहरा सदन के निर्माण में एक भी ईंट नहीं जुड़ पाई है। सदन में दशहरे के मौके पर देव समाज से जुड़े लोगों के लिए जहां अपने बाजे-गाजे रखने की व्यवस्था के साथ-साथ चंद व्यक्तियों के ठहरने का भी इंतजाम होना था, वहीं सदन के नीचे एक भव्य पार्किंग भी बननी थी, लेकिन पूर्व भाजपा सरकार की ये सभी योजनाएं अब खटाई में पड़ जाने से कुल्लू का वोटर सरकार से निराश है। बड़ी बात यह है कि जिला प्रशासन के पास अभी भी इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए पैसा पड़ा हुआ है, लेकिन उसके बाद भी निर्माण न होना कई सवाल खड़े कर रहा है। सदन में एक क्लब हाउस का भी निर्माण किया जाना था। सदन की भूमि अभी भी खाली पड़ी हुई है। दशहरा उत्सव कुल्लू का सबसे बड़ा उत्सव होता है। जिसके लिहाज से यहां अटल दशहरा सदन का निर्माण होना काफी आवश्यक था।


कांग्रेस जानबूझ कर डाल रही अड़ंगा


himachal pradesh newsपूर्व मुख्यमंत्री प्रो. प्रेम कुमार धूमल का कहना है कि हमेशा ही देव समाज के उत्थान के लिए उन्होंने प्रयास किए। इसकी के चलते कुल्लू में अटल दशहरा सदन की नींव रखी गई थी, लेकिन कांग्रेस सरकार जानबूझ कर कुल्लू में अटल दशहरा सदन को नहीं बना रही है।






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