मंडी — मंडी संसदीय उपचुनाव में हुई भाजपा की करारी हार की जिम्मेदारी मंडी भाजपा के जिला स्तर से लेकर मंडल स्तर तक के नेताओं ने ले ली है। यही नहीं, भाजपा नेताओं ने अब इस बात को भी मान लिया है कि संगठन अपने ही पक्के वोटर बैंक को मतदान केंद्रों तक नहीं ला सका। भाजपा प्रत्याशी जयराम ठाकुर भी इस बात को मानते हैं कि मंडी जिला का नया संगठन अपने ही मतदान केंद्रों पर फेल हो गया। उनका तो अब यह भी कहना है कि संगठन से दूर हुए पुराने व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं व नेताओं को अब फिर से आगे लाना होगा। मंडी संसदीय उपचुनाव में हुई भाजपा की हार पर चिंतन करने के लिए आयोजित हुई बैठक में भाजपा ने अब फिर से अपने पुराने व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं की शरण में जाने का निर्णय लिया है। इस बैठक में भाजपा प्रत्याशी जयराम ठाकुर के साथ पूर्व मंत्री गुलाब सिंह सहित जिला व मोर्चों के सभी पदाधिकारियों ने भाग लिया। बता दें कि उपचुनाव में भाजपा को जितना बड़ा झटका हार के अंतर से लगा था, उतना ही आश्चर्यचकित भाजपा संगठन पदाधिकारियों के परिणाम ने किया था। चुनाव से पहले ही मंडी भाजपा के नए संगठन को लेकर पुराने कार्यकर्ताओं में रोष था और जब उपचुनाव का परिणाम सामने आया तो यह और बढ़ गया। पदाधिकारियों के मतदान केंद्रों पर भाजपा को वोट नहीं मिल सके। मंथन बैठक में भी इस बात पर चर्चा हुई और वरिष्ठ नेताओं ने इस पर दुख भी प्रकट किया। हालांकि बैठक की बातों को तो सार्वजनिक नहीं किया गया, लेकिन बाद में पत्रकारों को संबोधित करते हुए सवालों के जवाब में जयराम ठाकुर इस बात को नकार नहीं सके। उन्होंने कहा कि सारा आंकड़ा उनके पास है और बैठक में इस पर चर्चा भी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के बागियों ने समर्थन तो दिया था॒।
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