गले में खिच-खिच पर अध्यापकों की रहेगी नजर

जागरण संवाददाता, शिमला : हिमाचल के स्कूलों में पढ़ने वाले किसी बच्चे का गला आए दिन खराब हो रहा है या फिर बदन दर्द कर रंग नीला होकर दिल की धड़कन तेज रफ्तार में भाग रही है तो ऐसे बच्चों में जानलेवा बीमारी रियूमेटिक फीवर को अध्यापक झट से पकड़ेंगे। हर हजार में से दो बच्चों को गिरफ्त में लेने वाली यह बीमारी हिमाचल में भी शिकंजा कस रही है। बच्चे इस बीमारी का शिकार न बन पाएं, इसके लिए स्कूली अध्यापक आइटी द्वारा तैयार सॉफ्टवेयर पर टकटकी लगा पल-पल की जानकारी कार्डियोलॉजिस्ट चिकित्सकों को देंगे। एक एसएमए



source: Jagran

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