आग की लपटों से निपटने के लिए नाहन तैयार


नाहन — गर्मियों की दस्तक शुरू होते ही अग्निशमन विभाग के मुट्ठीभर कर्मियों के माथे पर पसीना आना शुरू हो गया है। आगजनी की घटनाओं से लड़ने के लिए अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने कमर कस ली है। नाहन व आसपास के क्षेत्रों में सरकारी व निजी संपत्ति को अपनी जान पर खेलकर बचाने के लिए अग्निशमन विभाग के करीब दो दर्जन कर्मी रात-दिन सचेत हो गए हैं। अप्रैल से जुलाई माह तक चलने वाले फायर सीजन को लेकर जहां अग्निशमन विभाग ने अतिरिक्त स्टाफ की मांग कर डाली है, वहीं वर्तमान स्टाफ की छुट्टियों को भी तीन माह के लिए रद्द कर दिया गया है। जिला मुख्यालय नाहन के अलावा औद्योगिक नगरी कालाअंब क्योंकि अहम क्षेत्र है ऐसे में अग्निशमन के नाहन शाखा के कर्मी औद्योगिक क्षेत्र में होने वाली आगजनी की घटनाओं से चिंतित हैं। गौर हो कि अग्निशमन विभाग के पास वर्तमान में नाहन कार्यालय में पिछले करीब एक वर्ष से फायर आफिसर का पद रिक्त पड़ा हुआ है। इसके अलावा वर्तमान में यहां पर तीन लीड फायरमैन तथा 14 फायरमैन जिसमें दस नियमित व चार अनुबंध आधार पर तैनात हैं। फायरमैन की जो सात पोस्ट रिक्त पड़ी हुई हैं उनमें फिलहाल होमगार्ड के कर्मी विभाग को दिए गए हैं। आगजनी की घटनाओं से लड़ाई के लिए नाहन स्थित अग्निमशन कार्यालय के पास तीन नए वाहन तैयार हैं। इनमें एक नौ हजार लीटर का वाटर वोजर तो एक 4500 लीटर का वाटर टेंडर है। छोटे स्थानों पर आगजनी की घटना से बचाव के लिए विभाग के पास एक क्विक रिस्पांस व्हीकल भी उपलब्ध हैं। गौर हो कि अग्निशमन विभाग के पास सबसे बड़ी समस्या नाहन शहर की तंग भौगोलिक स्थिति है। पहाड़ी संरचना वाले इस शहर में वर्तमान में केवल 36 हाइड्रेंट हैं जिनमें से केवल 20 हाइड्रेंट ही काम कर रहे हैं। विभाग की मांग काफी समय से शहर में हाइड्रेंट की संख्या बढ़ाने की है। जानकारी के मुताबिक अग्निनशन विभाग ने आईपीएच विभाग के साथ शहर में करीब 70 हाइड्रेंट स्थापित करने की योजना बनाई है, परंतु इस पर फिलहाल कार्य नहीं हुआ है। यही नहीं शहर में स्थित हाइड्रेंट के लिए अलग से पानी की सप्लाई की लाइन की मांग भी लंबे अरसे से लंबित है। गौर हो कि औद्योगिक नगरी कालाअंब के करीब 500 से 600 उद्योगों को आगजनी की घटना से बचाने का जिम्मा भी अग्निशमन कार्यालय नाहन के कंधों पर है। गौर हो कि औद्योगिक कस्बा कालाअंब नाहन से करीब 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। यहां के लिए प्रदेश सरकार ने हाल ही में एक नए अग्निमशन केंद्र को हरी झंडी तो दे दी है, परंतु इस पर फिलहाल कार्य नहीं हुआ है। ऐसे में सैकड़ों उद्योगों को आगजनी से बचाने का जिम्मा भी अग्निशमन केंद्र नाहन पर ही निर्भर है। उधर, इस संबंध में जब कार्यवाहक फायर आफिसर नाहन जोगेंद्र तोमर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि फायर सीजन के लिए विभाग पूर्ण सुविधाओं के साथ तैयार है।







source: DivyaHimachal

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