रानी सुनयना को आसमान भी रोया


राकेश शर्मा, चंबा


भले ही वैज्ञानिक युग हो और आज के दौर में बारिश की भविष्यवाणी इंटरनेट के माध्यम से होती हो। लेकिन धार्मिक आस्था और संजोग को जोड़ कर देखने वालों की भी कमी नहीं है। जो लोग रानी सुनयना के समाधि लेने की घटना को मानते हैं वो यह भी जानते हैं कि रानी की याद में दसवीं शताब्दी से अब तक आसमान भी आंसू बहा रहा है। रानी सुनयना को समाधि लेने के बाद जब कहार वापस राजमहल लौटे थे तो खूब बारिश हुई थी। आज भी जब सूही जातर मेला संपन्न होता है और माता की पालकी को वापस महल लाया जाता है तो बार



source: Jagran

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