राजेश शर्मा, ऊना
भले ही जिला ऊना में हर साल दर्जनों मालवाहकों के दुर्घटनाग्रस्त होने से सैकड़ों लोग मौत के आगोश में चले गए, लेकिन इस मौत के सफर पर रोक नहीं लग पाई है। कहीं न कहीं इसमें धार्मिक आस्था सबसे ज्यादा आडे़ आ रही है।
संगत को रोककर वाहनों से उतारा जाए तो दंगा तक होने का भय पुलिस प्रशासन को बना रहता है और न रोकें तो पुलिस के सामने पूरी यातायात व्यवस्था को सुचारू रखना गले की फांस बन रहा है। इस मर्ज की जड़ ही दूसरे राज्यों में तैयार हो रही है। देखने में आया है कि मालवाहकों
source: Jagran
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