पतलीकूहल — बेसहारा छोड़े गए पशुओं से पहले ही लोगों को अपनी फसलों को बचाने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ रही है। वहीं पर अब क्षेत्र में आवारा कुत्तों की बढ़ती तादाद से रात व सुबह के समय ये कुत्ते लोगों पर झुंडों में आकर आक्रमण से नहीं चूकते। आजकल पतलीकूहल, दुआड़ा व कटराईं के क्षेत्र में इनकी संख्या बढ़ गई है। सुबह की सैर को निकलने वालों को हाथ में डंडा रखने पर भी ये कुत्ते इस तरह से टूट पड़ते हैं कि आदमी सहमा सा रह जाता है। रविवार को डोभी पुल पर एक शख्स को कुत्तों ने इस तरह से घेरा की वह चीखें मारने के सिवाय कुछ नहीं कर पाया। पतलीकूहल में देर रात व सुबह के समय भ्रमण करने वाले लोगों के लिए ये कुत्ते परेशानी का सबब बने हुए हैं। आवारा कुत्ते जहां बेसहारा छोड़े गए पशुओं को अपना शिकार बना रहे हैं, वहीं पर यह मनुष्य के लिए भी सिरदर्द बने हुए हैं। कई लोग जो कि तड़के ही सैर को निकलते हैं तो कुत्तों का झुंड उन्हें घेर लेता है। डोभी, दुआड़ा, कटराईं व पतलीकूहल के लोगों ने प्रशासन से आग्रह किया है कि क्षेत्र में बढ़ती कुत्तों की संख्या पर अंकुश रखने के लिए कोई ऐसी नीति बनाएं, जिससे लोगों को राहत मिले। रविवार सुबह डोभी पुल पर जब आत्मा राम बस का इंतजार कर रहा था तो उसी समय कुत्तों का झुंड उस पर टूट पड़ा, लेकिन हाथ में डंडा होने के कारण कुत्तों के काटने से बच गया। ग्रामीण संतराम, लीलाधर, हुक्मचंद, वेलीराम व नंदलाल का कहना है कि क्षेत्र में आवारा कु त्तों की बढ़ती संख्या से सड़क पर चलना मुश्किल हो गया है, जिसके लिए पंचायत स्तर पर ऐसी योजना बनाई जाए, जिससे कुत्तों के काटने का भय न हो।
source: DivyaHimachal
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