जागरण संवाद केंद्र, शिमला : उजड़ गए कई आशियाने..फिर से बसाने को अब हिम्मत जुटाएगा कौन। बरसों से दिन रात मेहनत कर बड़ी मुश्किल से एक छोटा सा आशियाना सजाया था। बच्चों का बचपन यहां बीता, हंसते-खेलते जहां कई साल गुजार दिए। कई पुश्तों को ऐसा आशियाना देने का सपना संजोए कृष्णानगर के लोगों को क्या मालूम था कि एक दिन इसी आशियाने में रहकर दूसरे दिन सुबह की किरण नसीब होगी या नहीं जहन में यह डर समा जाएगा।
नगर निगम के कृष्णानगर वार्ड में दर्जनो घरों में दरार आ जाने से लोगों की यही हालत बनी हुई
source: Jagran
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