बीबीएन — केंद्र सरकार की आर्थिक तथा श्रम नीतियों के खिलाफ आहुत ट्रेड यूनियनों की दो दिवसीय हड़ताल ने हिमाचल के उद्योगों को एक हजार करोड़ का झटका दिया है। दो दिवसीय हड़ताल के दूसरे दिन प्रदेश भर के 40 फीसदी उद्योगों में कामकाज ठप रहा। प्रदेश के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र बीबीएन में उद्योगपतियों ने उद्योगों को ट्रेड यूनियनों द्वारा जबरन बंद करवाने और इस वजह से माहौल बिगड़ने की आशंका के चलते गुरुवार को उद्योगों को बंद रखने में ही भलाई समझी। हालांकि कई उद्यमियों ने उद्योगों में उत्पादन जारी रखा, लेकिन कई जगह हड़ताल केकारण उद्योगों को पहले दिन उत्पादन में कमी और बैंकों से नकदी के लेन-देन न होने की वजह से करोड़ों का नुकसान झेलना पड़ा। ट्रेड यूनियनों ने इस दौरान बद्दी, बरोटीवाला व नालागढ़ में कई जगह अपनी मांगों को लेकर धरना दिया व विरोध मार्च किया। औद्योगिक नगरी में ट्रेड यूनियनों ने नेशनल हाई-वे व नालागढ़-रोपड़ मार्ग पर चक्का जाम कर घंटों वाहनों की आवाजाही बाधित कर दी। बीबीएन के लघु, मझोले और बड़े उद्योगों में विशेषकर फार्मा, इलेक्ट्रानिक्स, इलेक्ट्रिकल, इंजीनियरिंग व धागा कंपनियां हड़ताल के दौरान उत्पादन में हुए नुकसान से प्रभावित हुई हैं। उत्पादन ठप रहने से उद्योगों की माल की आपूर्ति पर असर पड़ा है। एसपी बद्दी एस अरूल कुमार ने कहा कि हड़ताल के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने का पूरा प्रयास किया गया है।
source: DivyaHimachal
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