क्रमांक 40/02 शिमला 18 फरवरी, 2025
सप्ताह में दो दिन खुला रहेगा बाल परामर्श केंद्र
हर बुधवार और शनिवार को सुबह 10 बजे से शाम 05 बजे तक खुलेगा केंद्र
सप्ताह में एक दिन अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ज्योति राणा बैठेंगी केंद्र में
अब जिलाधीश कार्यालय शिमला परिसर में बाल परामर्श केंद्र सप्ताह में दो दिन खुला रहेगा। केंद्र में एक दिन अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ज्योति राणा भी बैठेंगी।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि हर सप्ताह में बुधवार और शनिवार को बाल परामर्श केंद्र खुला रहेगा। पहले यह केंद्र केवल बुधवार को ही खुला रहता था। यहां पर 18 साल आयु तक के बच्चे परामर्श लेते हैं। आज जिस तरह पारिवारिक मामले और नशे की गतिविधियां बढ़ती जा रही हैं, ऐसे में बच्चों को सही परामर्श प्रदान करने में बाल परामर्श केंद्र अग्रणी भूमिका निभाता है। अब केंद्र में स्वेच्छा से एक दिन ज्योति राणा ने भी बैठने का फैसला लिया है। बच्चों से रूबरू होकर उनका मार्गदर्शन करने का मौका मिलेगा। हमारे बच्चों को सही दिशा में बढ़ाने के लिए हम सब को सामूहिक प्रयास करने होंगे।
काउंसलर करता है केंद्र में कार्य
बाल परामर्श केंद्र में पहले से ही काउंसलर की नियुक्ति की गई है। वर्तमान में मनोज कुमार सहगल बतौर काउंसलर लंबे समय से सेवाएं दे रहे है। हर महीने औसतन 15 से 20 बच्चे केंद्र में आते हैं। ऐसे में अब सप्ताह में दो दिन केंद्र खुला रहने से बच्चों को अधिक लाभ मिलेगा और अधिक से अधिक बच्चों की मदद कर पाएंगे।
बाल परामर्श केंद्र
बाल परामर्श केंद्र में बच्चों को मानसिक, भावनात्मक, और व्यवहार से जुड़ी समस्याओं से निपटने में मदद प्रदान की जाती है। यह केंद्र, बच्चों को जीवन में सही फैसले लेने के लिए भी प्रोत्साहित करता है। यहां पर बच्चों को सामाजिक, भावनात्मक, शैक्षणिक, व्यवहारिक और मनोवैज्ञानिक सहायता दी जाती है। यही नहीं यहां पर बच्चों को अपनी क्षमताओं को पहचानने में मदद करना, बच्चों को कैरियर मार्गदर्शन और परामर्श देना, विशेष जरूरतों वाले बच्चों को समान अवसर देना, बच्चों को समाज का जिम्मेदार सदस्य बनने में मदद करना और बच्चों को तनावपूर्ण माहौल से निपटने में मदद करने में सहायता करता है।
बाल परामर्श केंद्र में पहले से ही काउंसलर की नियुक्ति की गई है। वर्तमान में मनोज कुमार सहगल बतौर काउंसलर लंबे समय से सेवाएं दे रहे है। हर महीने औसतन 15 से 20 बच्चे केंद्र में आते हैं। ऐसे में अब सप्ताह में दो दिन केंद्र खुला रहने से बच्चों को अधिक लाभ मिलेगा और अधिक से अधिक बच्चों की मदद कर पाएंगे।
बाल परामर्श केंद्र
बाल परामर्श केंद्र में बच्चों को मानसिक, भावनात्मक, और व्यवहार से जुड़ी समस्याओं से निपटने में मदद प्रदान की जाती है। यह केंद्र, बच्चों को जीवन में सही फैसले लेने के लिए भी प्रोत्साहित करता है। यहां पर बच्चों को सामाजिक, भावनात्मक, शैक्षणिक, व्यवहारिक और मनोवैज्ञानिक सहायता दी जाती है। यही नहीं यहां पर बच्चों को अपनी क्षमताओं को पहचानने में मदद करना, बच्चों को कैरियर मार्गदर्शन और परामर्श देना, विशेष जरूरतों वाले बच्चों को समान अवसर देना, बच्चों को समाज का जिम्मेदार सदस्य बनने में मदद करना और बच्चों को तनावपूर्ण माहौल से निपटने में मदद करने में सहायता करता है।
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